नई दिल्ली: गुरुग्राम में सात साल के प्रद्युम्न की हत्या के बाद रायन इंटरनेशनल स्कूल पर शिकंजा कसता जा रहा है. आज गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर के साथ फॉरेंसिक टीम स्कूल पहुंची. इसके अलावा जांच के लिए बनायी गयी एसआईटी ने स्कूल जाकर टीचर्स और स्टाफ के बयान दर्ज किए. एसआईटी ने घटनास्थल को भी सील करवा दिया.
बॉम्बे HC ने स्कूल मालिकों की गिरफ्तारी पर लगाई एक दिन की रोक
गुरुग्राम के रयान इंटरनेशनल स्कूल में एक सात साल के बच्चे की हत्या के मामले में रायन इंटरनेशनल ग्रुप के संस्थापकों और उनके सीईओ बेटे रायन पिंटो को बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक दिन की राहत दे दी है. कोर्ट ने इनकी गिरफ्तारी पर एक दिन की रोक लगा दी है. रयान इंटरनेशनल स्कूल के दो बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद ये जमानत याचिकायें दायर की गई थी. स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष ऑगस्टीन पिंटो (73) और स्कूल की प्रबंध निदेशक उनकी पत्नी ग्रेस पिंटो (62) ने अपने बेटे रेयान पिंटो के साथ बॉम्बे होईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिये याचिका दायर की थी.
18 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया कंडक्टर
प्रदुमन हत्या मामले में आरोपी बस कंडक्टर अशोक को तीन दिन के पुलिस रिमांड के बाद आज अदालत में पेश किया गया. अदालत ने आरोपी को 18 सितम्बर तक न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेजा. आरोपी को 18 सितम्बर को गुरुग्राम के सेशन कोर्ट में किया जाएगा पेश.
प्रद्युम्न हत्याकांड का सबसे बड़ा गवाह
प्रद्युम्न हत्याकांड के सबसे बड़े चश्मदीद ने एबीपी न्यूज के सामने पहली बार अहम खुलासा किया. वारदात के वक्त स्कूल में मौजूद अभिभावक सुभाष गर्ग ने बताया, आरोपी कंडक्टर ने खून से सने कपड़े धोए थे. सुभाष गर्ग की मानें तो प्रद्युम्न को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाते वक्त देखा था.
रायन के अन्य स्कूलों के बाहर प्रदर्शन
दिल्ली के मयूर विहार में रायन स्कूल के बाहर बच्चों की सुरक्षा की मांग को लेकर अभिवावकों ने मार्च निकाला. स्कूल गेट पर जुटे अभिवावकों ने स्कूल प्रबंधन से बच्चों की सुरक्षा को लेकर भरोसा मांगा.
वहीं दूसरी ओर मुंबई के कांदिवली में रायन स्कूल में भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिवावकों में चिंता है. बच्चों की सुरक्षा की गारंटी और स्कूल में हो रही लापरवाही को लेकर गुस्से में अभिवावकों ने स्कूल प्रबंधन से तत्काल मीटिंग की मांग की है. नवी मुंबई में रायन स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया. अभिवावकों ने प्रबंधन के सामने रखीं 13 सूत्रीय मांग.