RRB NTPC Jobs: एनटीपीसी और ग्रुप डी की भर्ती परीक्षाओं को लेकर देश के कई हिस्सों में हुई हिंसा और हंगामे के बाद रेलवे बोर्ड ने एक कमेटी का गठन किया है जो जारी किए गए रिजल्ट पर पुर्नविचार करेगी. सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पता चला है कि NTPC और लेवल वन के परीक्षार्थीयों की करीब डेढ़ लाख नौकरियां, उन्हें कमेटी की रिपोर्ट आने के तीन चार महीने में मिल जाएगी.
रेलवे बोर्ड से जुड़े सुत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि एनटीपीसी और ग्रुप डी की भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट को लेकर बनाई गई कमेटी 4 मार्च तक अपना फैसला सुना देगी. जिसके तीन चार महीने में रेलवे बोर्ड NTPC और लेवल वन के परीक्षार्थियों की करीब डेढ़ लाख नौकरियां मिल जाएंगी.
सूत्रों के अनुसार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे, टेलिकॉम और आईटी मंत्रालयों को बजट से विशेष उपलब्धियां बताई हैं. सुत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि रेलवे ने उच्च पदों पर तीन साल से कोई भर्ती नहीं की है. सिर्फ कैडर मर्जर किया गया है. वहीं UPSC से भी ऑफिसर के लिए मना कर दिया गया है. जिसके बाद अब अधिकारियों की कमी होने पर यह बात स्वीकार की गई है और स्टेशन रिडेवलपमेंट प्लान बताया गया है.
हिंसक प्रदर्शन
बता दें कि रेलवे की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) और लेवल-1 की परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर बिहार और उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन होने लगे. जिसके बाद रेलवे को अपनी भर्ती प्रक्रिया रोकनी पड़ी और समस्या के समाधान के लिए समिति गठित करनी पड़ी है. रेलवे ने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड ने 2018 से 2,83,747 रिक्तियां अधिसूचित की थीं और 1.32 लाख से ज्यादा भर्तियां कीं हैं.
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इस दौरान रेलवे की ओर से बताया गया कि बचे हुए पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. रेलवे भर्ती बोर्ड ने कोविड महामारी के बावजूद पिछले साढ़े तीन साल में करीब चार करोड़ कंप्यूटर आधारित जांच (सीबीटी) किए हैं. फिलहाल रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह कहीं नहीं कहा गया है कि दूसरे सीबीटी के लिए सात लाख अलग उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.
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