देश के 10 राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि, पीएम मोदी बोले- पक्षियों पर नजर रखें स्थानीय प्रशासन
पीएम मोदी ने कहा कि राज्य सरकारों को इस बात का भी ध्यान रखना है कि बर्ड फ्लू को लेकर किसी तरह का कोई अफवाह न फैले. उन्होंने कहा कि पोल्ट्री फार्म और चिड़ियाघरों पर लगातार नजर रखी जानी चाहिए.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की. इस बैठक के बाद उन्होंने कहा कि 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण होगा. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बर्ड फ्लू का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि केरल, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है.
पीएम मोदी ने कहा कि बर्ड फ्लू को लेकर कोई अफवाह न फैले इसका भी हमें ध्यान रखना है. स्थानीय प्रशासन पक्षियों पर नजर रखें. उन्होंने कहा कि बर्ड फ़्लू के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए पोल्ट्री फ़ार्म, चिड़ियाघर, जल निकायों पर लगातार नज़र रखी जानी चाहिए.
दिल्ली में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद पैक्ड चिकन के आयात पर पाबंदी लगा दी गई है. ये फैसला दिल्ली सरकार ने लिया है. यानी अब बाहर से लाकर दिल्ली में पैक्ड चिकन को दिल्ली में नहीं बेचा जा सकेगा. इससे पहले सरकार ने ज़िंदा पक्षियों के आयात पर भी बैन लगाया गया था.
अब तक 10 राज्यों में बर्ड फ्लू प्रकोप की पुष्टि हुई
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि अब तक देश के 10 राज्यों में बर्ड फ्लू प्रकोप की पुष्टि हो चुकी है. साथ ही जलाशयों, जीवित पक्षियों के बाजार, मुर्गी पालन केंद्रों और चिड़ियाघरों के आसपास निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया गया है. पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने एक बयान में कहा, ' 11 जनवरी 2021 तक देश के 10 राज्यों में एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हो चुकी है.'
दस जनवरी तक सात राज्यों केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू के प्रकोप की पुष्टि हुई थी. वहीं, सोमवार को दिल्ली, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में भी इस वायरस संक्रमण की पुष्टि की गई है. राज्यों को जनता के बीच जागरूकता फैलाने और फर्जी सूचनाओं के प्रसार की रोकथाम के निर्देश दिए गए हैं.
बयान के मुताबिक, ' राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को जलाश्यों, जीवित पक्षी बाजारों, मुर्गी पालन केंद्रों और चिड़ियाघरों आदि के आसपास निगरानी बढ़ाने का अनुरोध किया गया है. साथ ही मृत पक्षियों को प्रोटोकॉल के तहत दफनाने और मुर्गी पालन केद्रों में पक्षियों की सुरक्षा को लेकर अधिक ध्यान देने का आग्रह किया गया है.'
केंद्र ने पक्षियों को मारने की कार्रवाई के लिए राज्यों को पर्याप्त संख्या में पीपीई किट और अन्य आवश्यक उपकरणों का भंडारण सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है, इसने राज्य के पशुपालन विभागों से कहा है कि वे बीमारी की स्थिति पर करीबी निगरानी और मनुष्यों में बीमारी के संचरण की किसी भी आशंका से बचाव के वास्ते स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ प्रभावी संचार और समन्वय सुनिश्चित करें.
SII को मिला भारत सरकार से वैक्सीन की खरीद का ऑर्डर, 200 रुपये प्रति डोज होगी कीमत