G20 Summit: जी 20 को लेकर दिल्ली के बाजारों को बंद करने पर भ्रम की स्थिति, व्यापारियों ने विदेश मंत्री जयशंकर को लिखा पत्र
G20 Summit 2023: सीटीआई ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा है. इसमें गुहार लगा रहे हैं कि बाजारों को बंद नहीं किया जाए.
G20 Summit In India: जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 8 से 10 सितंबर तक सार्वजनिक अवकाश घोषित हो सकता है. इस खबर के आने से दिल्ली के अलग-अलग बाजारों के व्यापारियों के बीच कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कारोबारी उलझन में हैं कि कौन से मार्केट बंद रहेंगे, कौन से नहीं? ग्राहक, दुकानदार और कर्मचारी एक-दूसरे से पूछ रहे हैं कि इन दिनों में छुट्टी होगी या काम पर आना पड़ेगा.
वहीं, जन्माष्टमी भी 6 और 7 सितंबर को पड़ रही है. इस बीच बिजनेस कैसे हो पाएगा? ट्रेडर्स में भ्रम की स्थिति बनी हुई है. चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बाजार, सड़कें, रास्ते, ऑफिस, स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे.
व्यापारियों में असमंजस की स्थिति
इसको लेकर व्यापारियों में भी असमंजस की स्थिति है कि क्या, बाजार और दुकानें बंद रहेंगी? 100 से ज्यादा मार्केट एसोसिएशन्स ने इस मुद्दे पर सीटीआई से संपर्क किया है. ब्रजेश गोयल ने कहा, "पहले कहा जा रहा था कि लुटियन दिल्ली के आसपास के बाजारों को बंद रखा जाएगा. अब पुरानी दिल्ली के बाजारों समेत अन्य मार्केट्स को लेकर भी तरह-तरह की बातें हो रही हैं."
विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखा पत्र
बृजेश गोयल ने बताया, "6 और 7 सितंबर को जन्माष्टमी है 8 से 10 तक छुट्टी रहेगी, तो लोग बाहर घूमने के लिए छुट्टी प्लान कर रहे हैं. ऐसे में सीटीआई ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा है. इसमें गुहार लगा रहे हैं कि बाजारों को बंद नहीं किया जाए. ट्रेडर्स चाहते हैं कि दिल्ली के बाजारों में विदेशी मेहमान घूमने-फिरने आएं. पुरानी दिल्ली के स्वादिष्ट व्यंजनों को स्वाद लें और यहां से कपड़े और मशहूर चीजें खरीदें.
विदेशी नेताओं बाजार घूमने का निमंत्रण
वहीं, मामले में सीटीआई महासचिव विष्णु भार्गव और रमेश आहूजा ने कहा कि G20 में आने वाले विदेशी नेताओं और मेहमानों को हम चांदनी चौक, करोल बाग, खान मार्केट, कमला नगर, कनॉट प्लेस, लाजपत नगर, सरोजिनी नगर आदि बाजारों में आने का निमंत्रण देते हैं.
सजाए गए कई बाजारों
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार साफ करे कि कौन सी सड़क और बाजार बंद रहेंगे. वैसे भी मार्केट बंद करने का औचित्य नहीं बनता है. कई बाजारों को सजाया और संवारा गया है. अगर मार्केट बंद ही कर देंगे, तो उसके सौंदर्यीकरण का क्या लाभ होगा?
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