मुंबई में लोकल ट्रेन और नए कर्फ्यू कानूनों को लेकर बढ़ा कंफ्यूजन, क्या निर्णय लेगी उद्धव सरकार?
कोरोनावायरस के प्रसार के साथ ही मार्च में ही मुंबई में लोकल ट्रेन रोक दी गई थी. धीरे-धीरे अनलॉक का सिलसिला शुरू होने के बाद लोकल भी शुरू की गई. शुरुआत में जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए यह सेवा उपलब्ध कराई गयी.
मुंबई: मुंबई में लोकल ट्रेन शुरू करने को लेकर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की इच्छा जाहिर की है. एक ओर जहां महाराष्ट्र सरकार ने ब्रिटेन में कोरोना के नए प्रकार के मिलने के बाद मुंबई में नए सिरे का कर्फ्यू लगा रखा है. वहीं फिर एक बार लोकल ट्रेनों को शुरू करने का जिक्र महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने किया है. नए सिरे की कर्फ्यू और फिर एक बार नए सिरे से लोकल शुरू करने की सरकार की बात बता रही है कि करोना और लोकल को लेकर महाराष्ट्र में सरकार में काफी कंफ्यूजन भरा हुआ है.
गौरतलब है कि कोरोनावायरस के प्रसार के साथ ही मार्च में ही मुंबई में लोकल ट्रेन रोक दी गई थी. धीरे-धीरे अनलॉक का सिलसिला शुरू होने के बाद लोकल भी शुरू की गई. शुरुआत में जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए यह सेवा उपलब्ध कराई गयी. बाद में वकीलों और महिलाओं के लिए भी लोकल के टाइम स्लॉट सेट किए गए पर अभी भी आम लोगों को लोकल की सेवा नहीं मिल रही है.
मुंबई में लोकल ऑपरेट करने वाली वेस्टर्न रेलवे और सेंट्रल रेलवे की तरफ से तैयारियां पूरी हैं. जहां वेस्टर्न रेलवे अपने रूट पर अभी 1201 लोकल ट्रेन चला रही है वहीं सेंटर रेलवे 1580 लोकल ट्रेन चला रही है. कोरोना से पहले मुम्बई में आम दिनों में सेंट्रल रेलवे की तरफ से 1774 और वेस्टर्न रेलवे की तरफ से 1367 ट्रेन चलाई जाती थी.
कोरोना के मद्देनजर से अगर बात करें तो करोना की शुरुआत से लेकर आज की तारीख में मुंबई में हालात काफी सुधरे हुए दिखाई दे रहे हैं. एक ओर जहां मुंबई में कुछ महीनों पहले तक एक-एक दिन में हजारों हजार केस सामने आया करते थे पर अब औसतन प्रतिदिन केस हजार के नीचे रहता है. शुक्रवार के आंकड़ों की बात करें तो 1 दिन में तकरीबन 643 नए मामले सामने आए हैं इसके बाद सक्रिय मरीजों की संख्या तकरीबन आठ हजार ग्यारह है और शुक्रवार के दिन कोरोना से 12 लोगो की मौत हुई.
एक ओर जहां करोना की स्थिति मुंबई में नियंत्रण में आ रही है और अनलॉक का सिलसिला जारी है. काम धंधा शुरू हो चुके हैं पर लोगों को काम धंधे पर जाने के लिए ट्रेन की सुविधा नहीं मिल रही जिसका असर सड़कों पर ट्रैफिक में भी दिख रहा है. वर्किंग डेज में जोरदार ट्रैफिक रहता है जिसके चलते लोगों को समस्या होती है, लोगों की मांग है कि अब हर हाल में लोकल ट्रेनें शुरू की जाएं राजनीति के चलते लोकल ट्रेन नहीं शुरू हो पा रही हैं जो लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बनी हुई है.