Morbi Bridge Collapse Opposition Reactions: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले मोरबी पुल हादसे को लेकर राज्य की बीजेपी सरकार कांग्रेस (Congress) समेत अन्य विपक्षी दलों के निशाने पर है. मोरबी में मच्छु नदी (Machchhu River) पर बने ब्रिटिश कालीन केबल पुल (Cable Bridge) के रविवार (30 अक्टूबर) की शाम टूट जाने से हुए दर्दनाक हादसे को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर आरोप लगाए हैं.
पुल हादसे को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने यहां तक कहा कि बीजेपी सरकार ने फिटनेस सर्टिफिकेट के बगैर पुल को जनता के इस्तेमाल के लिए खोलने की इजाजत कैसे दी? क्या ये चुनाव आचार संहिता लगने से पहले आनन फानन में वोट बटोरने के लिए किया गया?
उल्लेखनीय है कि गुजरात विधानसभा इसी साल के अंत तक होना है. इसके लिए निर्वाचन आयोग कभी भी तारीख की घोषणा कर सकता है. चुनाव को देखते हुए बीजेपी और आम आदमी पार्टी राज्य में ताबड़तोड़ चुनाव अभियान चला रही हैं लेकिन मोरबी हादसे के चलते दोनों पार्टियों ने अपने कई कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.
रणदीप सुरजेवाला ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पुल हादसे को मानव निर्मित त्रासदी बताया. वहीं, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह दैवीय घटना है या धोखाधड़ी का कृत्य? सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘मोरबी पुल हादसे में गई अनगिनत जानों की दर्दनाक खबर ने पूरे देश का दिल दहला दिया है. सभी शोक संतप्त परिवारों को संवेदनाएं. यह प्राकृतिक हादसा नहीं, मानव निर्मित त्रासदी है. गुजरात की बीजेपी सरकार इस जघन्य अपराध की सीधे-सीधे दोषी है.’’
सुरजेवाला का पीएम मोदी पर हमला
सुरजेवाला एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए बीजेपी सरकार पर आरोप लगाए और सवाल उठाए. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ''प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री गुजराती भाई बहनों की जिंदगी की कीमत 2 लाख रुपये लगाकर अपनी जिम्मेवारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और मोरबी विधायक और मंत्री को बताना होगा जब ये पुल 26 अक्टूबर को ही मरम्मत के बाद खोला गया तो पुल कैसे गिर गया? क्या ये सीधे अपराधिक षड्यंत्र नहीं?’’
कांग्रेस नेता ने पुल हादसे को चुनाव से जोड़ा
सुरजेवाला ने कहा, ''भाजपा सरकार ने ‘फिटनेस सर्टिफिकेट’ के बगैर पुल को जनता के इस्तेमाल के लिए खोलने की इजाजत कैसे दी? क्या ये चुनाव आचार संहिता लगने से पहले आनन फानन में वोट बटोरने के लिए किया गया? पुल की मरम्मत का काम कंपनी/ट्रस्ट को कैसे दिया गया? क्या उनका बीजेपी से कनेक्शन है? क्या गुजरात के भाई-बहनों की कीमत केवल 2 लाख रुपये है? क्या एक आईएएस बीजेपी सरकार में रसूकदार पदों पर बैठे लोगों की आपराधिक भूमिका की जांच कर सकता है? सीएम भुपेंद्र पटेल और स्थानीय मंत्री स्वयं हादसे की जुम्मेवारी कब लेंगे?''
कांग्रेस के इन नेताओं ने लगाए ये आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ''यह दुख की बात है कि डबल इंजन वाली सरकार की शेखी बघारने वालों की ओर से बनाया गया पुल गिर गया.'' युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी ने एक वीडियो साधा करते हुए पीएम मोदी के उस पुराने बयान का उल्लेख किया, जब 2016 में पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले एक पुल गिरने पर उन्होंने कहा था कि यह भगवान की ओर से एक संकेत है कि किस तरह की सरकार चलाई गई. श्रीनिवास ने कहा, ''क्या प्रधानमंत्री उसी भाषा का इस्तेमाल करेंगे?''
दिग्विजय सिंह ने पीएम का पुराना बयान याद दिलाया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी 2016 घटना को याद दिलाते हुए ट्वीट किया, ‘‘मोदी जी मोरबी पुल दुर्घटना दैवीय घटना है या धोखाधड़ी का कृत्य?’’ उनका इशारा पीएम मोदी के उस बयान की ओर था जो उन्होंने 31 मार्च, 2016 को कोलकाता में विवेकानंद रोड फ्लाईओवर गिरने के बाद दिया था.
आम आदमी पार्टी का बीजेपी पर हमला
आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने भी कई ट्वीट करते हुए राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोरबी में भ्रष्टाचार तले बने एक पुल के टूटने से 400 से अधिक लोग पानी में गिर गए. भ्रष्टाचारियों ने पैसे खा-खाकर लूट मचा डाली. पुल उसी की देन है. दानव लोगों के किए भ्रष्टाचार की सजा आम जनता को मिल रही है. इतने बड़े हादसे का कौन जिम्मेदार है? पूर्वांचलियों के जान की कीमत बीजेपी के लिए कुछ भी नही है. दिल्ली में एक सांसद यमुना घूम रहा था, अब इस घटना को सुनकर मुंह छुपा कर भाग निकलेगा.
'आप' विधायक ने कहा कि 5 दिन पहले ही दोबारा से इस पुल का उद्घाटन हुआ था. कई करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. यही गुजरात में बीजेपी का का विकास है. खूब लूटा है. किस पापी ने पैसा खा कर ऐसा काम किया था? कौन जिम्मेदार है इसका? पैसा खाने वाले हत्यारे को पब्लिक के बीच में लाया जाए.सोचिए की कुल कितने लोग मरे होंगे. अब गिनती छुपाई जाएघी. कौन है इन मासूम बच्चों के मौत का जिम्मेदार? गुजरात की भ्रष्ट पापी सरकार जवाब दे.
मोरबी पुल हादसे इतने लोगों ने गंवाई जान
बता दें कि रविवार (30 अक्टूबर) की शाम मोरबी में मच्छु नदी पर बना केबल पुल शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस वक्त पुल पर करीब 250 लोग मौजूद थे, जिनमें भारी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी थे. पुल टूटने से लोग नदी में जा गिरे. हादसे में कितने लोगों ने जान गंवाई, इसे लेकर अलग-अलग आंकड़े सामने आ रहे हैं. गुजरात सरकार के मुताबिक, अब तक 132 लोगों की मौत हुई है, वहीं, एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक, 141 लोगों की जान गई है. कई लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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