कांग्रेस ने मायावती पर लगाया बीजेपी का साथ देने का आरोप, बताया 'ट्विटर बहनजी'
कांग्रेस ने मायावती पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि मायवती जिस भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं उससे साफ तौर पर पता चलता है कि वो बीजेपी का प्रेस नोट बनाकर भेजती हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बस पर हुई गर्मागर्म राजनीति के बाद कांग्रेस हमलावर रूप में आ गई है. बीएसपी प्रमुख मायावती पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने रविवार को उन्हें 'ट्विटर बहनजी' करार दिया है. इसके साथ ही मायावती पर बीजेपी की हां में हां मिलाने और बीजेपी का साथ देने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी एल पुनिया ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 'ट्विटर बहनजी' जिस तरह की भाषा और ट्वीट का इस्तेमाल कर रही हैं. उससे साफ पता चलता है कि वह बीजेपी का प्रेस नोट बनाकर भेजती हैं. वह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सक्रियता पर नाराज महसूस करती हैं.
???? BJP से मायावती जी डर व घबरा गई हैं।
???? मायावती जी महात्मा गांधी जी के हत्यारे गोडसे को मानने वाली भाजपा का साथ दे रही जिनकी सोच हमेशा से दलित विरोधी रही हैं। ???? अब वक्त आ गया है जनता को पता लग रहा है चाहिए कि कौन दलित विरोधी है और कौन दलित हितैसी। श्री @plpunia जी pic.twitter.com/mzjgmqrJWK — Dalit Congress Uttar Pradesh (@DalitCongressUP) May 24, 2020
वहीं, कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में दलित समाज पर हमला बढ़ा है, लेकिन मायावती के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है. इसके साथ ही उन्होंने मायावती से प्रदेश में दलितों-वंचितों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न पर कुछ भी नहीं बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती और दलित विरोधी बीजेपी में अंदरखाने समझौता हो गया है और मायावती बीजेपी की अघोषित प्रवक्ता हैं.
पीएल पुनिया ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की दलित विरोधी सरकार में दलित समाज पर राज्य संरक्षण में हमले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में बाल कटवाने गए एक दलित युवक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गयी. कन्नौज में बीजेपी सासंद सुब्रत पाठक द्वारा तहसीलदार अरविंद कुमार के घर में घुसकर मारपीट की गई. वहीं अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
रामपुर में एक सफाईकर्मी के साथ पांच लोगों ने मारपीट कर उसके मुंह में सैनिटाइजर का रसायन घोल डाल दिया, जिससे वह बेहोश हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई. राज्य में और भी कई ऐसी घटनाएं हुईं, लेकिन दलितों की स्वघोषित नेता मायावती चुप हैं.
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