कोविड-19 पर ब्रीफिंग के लिए बुलाई गई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहुंचने के बाद यह कार्यक्रम शुरू हो चुका है. इसमें सहयोगी और विपक्षी दलों समेत कुल 13 पार्टियों के नेता शिरकत कर रहे हैं. कोरोना ब्रीफिंग के दौरान एआईएडीएमके, शिवसेना, एनसीपी, बीजेपी, तमिल मनीला कांग्रेस, टीएमसी, जेडीएस, टीआरएस, वाईएसआरसीपी, एलजेपी, बीएसपी, जेडीयू और एनडीपीपी शामिल हुई है. जबकि कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने इसका बहिष्कार करने का फैसला किया.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा- "हमें यह कहा गया था कि फ्लोर लीडर्स की जगह सभी सांसदों को बैठक में बुलाया गया है. सभी को बोलना दिया जाना चाहिए." खड़गे ने आगे कहा- "हमने इसे 2 स्लॉट में करने के लिए कहा था. हम इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं क्योंकि हर किसी को कोविड-19 की स्थिति के बारे में जानना चाहिए."
कोविड-19 ब्रीफिंग में शामिल होने से कांग्रेस-अकाली का इनकार
इधर, अकाली दल ने भी कोरोना पर बैठक में में शामिल होने से मना कर दिया है. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा- आज अकाली दल पीएम मोदी की तरफ से कोविड-19 पर ब्रीफिंग का बहिष्कार करेगी. अकाली दल बैठक में तभी हिस्सा लेगी जब पीएम मोदी किसानों के मुद्दे पर बैठक बुलाते हैं.
गौरतलब है कि कोरोना की देश में स्थिति को लेकर एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है. बैठक शाम 6 बजे संसद भवन की एनेक्सी बिल्डिंग में बुलाई गई है. इस बैठक की महत्ता इसी बात से समझी जा सकती है कि इसमें ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे. बैठक में दोनों सदनों में सभी दलों के प्रमुखों को बुलाया गया है. सूत्रों के मुताबिक़, बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण देश में अब तक हुए कोरोना टीकाकरण और इस मुद्दे पर सरकार की नीति को लेकर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन देंगे. प्रेजेंटेशन में कोरोना की वर्तमान स्थिति के बारे में भी विस्तार से बताए जाने की संभावना है.
बैठक में शामिल होगी टीएमसी
इधर, तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में कोविड-19 पर सदन में राजनीतिक दलों के नेताओं को संबोधित करेंगे. ब्रायन ने इसे ‘रचनात्मक विपक्ष’ की जीत करार दिया जिसने इस बात पर जोर दिया है कि प्रधानमंत्री को इस संबंध में संसद में बयान देना चाहिए.
विपक्षी दलों ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में संसद परिसर की एक इमारत में कोविड-19 पर सभी दलों के नेताओं को मोदी द्वारा संयुक्त संबोधन दिए जाने के सरकार के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि जिस वक्त संसद का सत्र चल रहा है उस वक्त यह ‘‘बेहद अनियमित’’ है.साथ ही बैठक में दावा किया गया था यह नियमों की उपेक्षा करना है.
तृणमूल नेता ने ट्वीट किया,‘‘ संसद, रचनात्मक विपक्ष चलता रहे। सर्वदलीय बैठक में संसदीय मामलों के मंत्री ने घोषणा की ‘प्रधानमंत्री एक सम्मेलन कक्ष में कोविड-19पर प्रस्तुति देंगे.’ हम इस बात पर अड़े रहे कि प्रधानमंत्री का कोई भी बयान संसद के अंदर होना चाहिए. अब सूचित किया गया कि माननीय प्रधानमंत्री की मौजूदगी में स्वास्थ्य सचिव बैठक को संबोधित करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि विपक्षी दल चाहते हैं कि प्रधानमंत्री महामारी और अन्य मुद्दों पर संसद में बयान दें.
ये भी पढ़ें: जासूसी कांड: ओवैसी बोले- सरकार बताए सॉफ्टवेयर खरीदा या नहीं, इस मामले पर पीएम मोदी ने क्या कार्रवाई की