Congress 85th Plenary Session: कांग्रेस के 85वें पूर्ण अधिवेशन को लेकर अखबारों में दिए गए पार्टी के विज्ञापन में मौलाना आजाद (Maulana Azad) की तस्वीर नहीं छपी. इसे लेकर कांग्रेस ने माफी मांगी है. भारत के पहले शिक्षा मंत्री, स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम इश्तेहार में न होने पर सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगे थे. इसे लेकर कांग्रेस की आलोचना हो रही थी. इसके बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने माफी वाला ट्वीट किया.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट में लिखा, ''आज कांग्रेस की ओर से जारी एक विज्ञापन में मौलाना आजाद की तस्वीर नहीं थी. यह एक क्षमा न करने योग्य भूल है. इसकी जिम्मेदारी तय की जा रही है और कार्रवाई की जाएगी. हम दिल से माफी मांगते हैं. वह हमारे और पूरे भारत के लिए एक प्रतिष्ठित और प्रेरक व्यक्ति बने रहेंगे.''
जयराम रमेश का ट्वीट
विज्ञापन पर बवाल
बता दें कि छत्तीसगढ़ के रायपुर में कांग्रेस का 85वां पूर्ण अधिवेशन चल रहा है. रविवार (26 फरवरी) को इसका अंतिम दिन है. इसी अधिवेशन को लेकर अखबारों में विज्ञापन दिया गया था, जिसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव तक की तस्वीर थी लेकिन मौलाना आजाद की फोटो उसमें नहीं थी. इसे लेकर इतिहासकार इरफान हबीब ने ट्वीट कर आपत्ति जताई थी. हालांकि, कांग्रेस की ओर से माफी मांगे जाने के बाद हबीब ने आपत्ति वाला अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है और माफी मांगने के साहस की सराहना की है.
अपनी आपत्ति में हबीब ने कहा था कि अफसोस कि यहां मौलाना आजाद को नहीं देख पा रहा हूं, वे एक महत्वपूर्ण कांग्रेसी थे जो इन दिग्गजों के बीच जगह पाने के हकदार हैं. इसके अलावा भी कई सोशल मीडिया यूजर्स ने मौलाना आजाद की तस्वीर विज्ञापन में न होने पर कांग्रेस को घेरा है.