कांग्रेस के लिए फिर संकट मोचक बनेंगे डीके शिवकुमार? सुबह-सुबह पहुंचेंगे हिमाचल
Himachal Pradesh Congress: राज्यसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की हार हो गई है क्योंकि विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है.
DK Shivakumar In Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग और पार्टी उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की हार के बाद डैमेज कंट्रोल की कोशिशें शुरू हो गई है. एबीपी न्यूज के सूत्रों ने बताया है कि कांग्रेस ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा को हिमाचल प्रदेश के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.
इन दोनों नेताओं को विधायकों से बात कर सभी मुद्दों को सुलझाने का काम सौंपा गया है. पूर्व में कई राजनीतिक संकटों में पार्टी को उबारने वाले डीके शिवाकुमार को एक बार फिर हिमाचल प्रदेश के लिए संकटमोचक की जिम्मेदारी दी गई है.
सुबह-सुबह हिमाचल पहुंचेंगे डीके शिवकुमार
सूत्रों ने बताया है कि डीके कुमार को हिमाचल संकट सुलझाने के लिए तत्काल प्रदेश में पहुंचने के लिए कहा गया है. उन्हें सुबह 11 बजे चंडीगढ़ पहुंचना होगा और फिर शिमला जाना होगा. उनके साथ दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी रहेंगे.
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की हार और कांग्रेस के पाले से हुई क्रॉस वोटिंग के बाद हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं.
'कांग्रेस के पास बहुमत नहीं'
बीजेपी नेता और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने इसे कांग्रेस, खासकर सीएम सुक्खू की नैतिक हार करार देते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर डाली. बीजेपी का कहना था कि कांग्रेस के उम्मीदवार की हार दिखाती है कि वहां कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है.
हिमाचल में कांग्रेस खेमे में हुई इस उठापटक को पार्टी के भीतर गुटबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल, वहां कांग्रेस की जीत के बाद सुक्खू और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के बीच सीएम पद को लेकर रेस थी. सुक्खू के खिलाफ भीतर ही भीतर असंतोष बढ़ रहा था.
बता दें कि सियासी ड्रामे और तमाम उठापटक के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी और बीजेपी के हर्ष महाजन दोनों को बराबर वोट 34-34 वोट मिले. बाद में ड्रा से हार-जीत का फैसला हुआ. अपनी हार के बाद सिंघवी ने हर्ष महाजन को जीत की बधाई दी.