कांग्रेस के मोदी सरकार से तीन चुभते सवाल, पूछा- क्या 500 रुपये महीने में कोई घर चला सकता है?
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आज केंद्र की मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा है और तीन अहम सवाल पूछे हैं जो लोगों के वास्तविक कल्याण से जुड़े हैं और जिनका जवाब मिलना बेहद जरूरी है.
नई दिल्लीः आज संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन है और केंद्र सरकार कई मुद्दों पर सदन में अपना पक्ष रख रही है. चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच सरकार कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच बनी स्थितियों के कारण भी लगातार घेरी जा रही है. ऐसे में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आज केंद्र की मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा है और तीन अहम सवाल पूछे हैं.
कांग्रेस ने ट्विटर के माध्यम से केंद्र सरकार से तीन सवाल पूछे हैं जिसके तहत पहले सवाल में पूछा गया है कि क्या एक गृहिणी महीने के सिर्फ 500 रुपये से अपना घर चला सकती है?
दूसरे सवाल के तहत पूछा गया है कि क्या हमारे प्रवासी परिवारों की भूख को हर महीने सिर्फ 5 किलो अनाज से शांत किया जा सकता है?
हमारे दिव्यांगजनों, विधवाओं और बुजुर्गों को सहारे के लिए सिर्फ 1000 रुपये की राशि पर्याप्त है?
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से सीधा सवाल पूछा है कि सरकार इस महामारी के दौरान टोकन की प्रकिया को क्यों अपना रही है.
Can
- a homemaker run a family with just Rs.500/month? - the hunger of our migrant families be satiated with just 5 kg of food grains per month? - only Rs.1000 per person support our elderly, widows & differently-abled? Why did the Govt resort to tokenism during a pandemic? pic.twitter.com/1YkI3qfQbJ — Congress (@INCIndia) September 15, 2020
दरअसल केंद्र सरकार की तरफ से इस कोरोना महामारी के दौरान निम्न वर्ग की मदद के लिए जिस योजना का ऐलान किया गया था उसके तहत इन्हीं सब घोषणाओं को करके सरकार अपनी पीठ थपथपा रही थी कि उसने गरीबों, बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए बेहद कारगर उपाय किए हैं. इस कोरोना महामारी के संकटकाल के दौरान सरकार ने करोड़ों प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने का इंतजाम किया और भी कई कार्यों का बखान सरकार ने समय-समय पर किया है.
हालांकि विपक्ष अक्सर सरकार पर आरोप लगाता रहा है कि ये सब उपाय लोगों की वास्तविक मदद के लिए नाकाफी हैं और जनता को इससे कोई खास सहायता नहीं मिली है और सरकार को और उपाय करने चाहिए. आज कांग्रेस की तरफ से किया गया ट्वीट इसी की एक कड़ी है.
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