कांग्रेस का निशाना, कहा- छवि चमकाने में व्यस्त केजरीवाल सरकार, कोरोना से निपटने की कोई रणनीति नहीं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की है कि 8 जून से हरियाणा और यूपी से लगने वाली दिल्ली की सीमाएं खोल दी जाएंगी.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले में हर दिन इजाफा हो रहा है. अब बढ़ते मामलों को देखते हुए कांग्रेस ने दिल्ली में सामुदायिक संक्रमण की आशंका जताते हुए आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि दिल्ली सरकार बस अपनी छवि चमकाने में व्यस्त है, उसके पास कोरोना से निपटने को लेकर कोई रणनीति नहीं है.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा,'' दिल्ली में 25 फीसद कोविड संक्रमण दर सामुदायिक संक्रमण का संकेत करती है , राज्य सरकार को जांच की बारंबारता बढ़ानी चाहिए.'' उन्होंने आगे कहा,'' जब तक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार नहीं कर लिया जाता, तब तक आठ जून से रेस्तरां और मॉल खोलना दिल्ली सरकार के लिए जल्दबाजी भरा कदम होगा.''
कांग्रेस नेता माकन ने आगे कहा,'' दिल्ली सरकार बस अपनी छवि चमकाने में व्यस्त है, उसने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए कोई योजना नहीं बनायी, कोई तैयारी नहीं की.''
कल से खुलेंगे राज्य के बॉर्डर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की है कि 8 जून से हरियाणा और यूपी से लगने वाली दिल्ली की सीमाएं खोल दी जाएंगी. एक हफ्ते पहले दिल्ली सरकार ने घोषणा की थी कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली की सीमाएं एक सप्ताह तक बंद रहेंगी.
दिल्ली सरकार के अस्पतालों में होगा सिर्फ दिल्ली वालों का इलाज
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले अस्पतालों में सभी बेड दिल्ली वासियों के लिए सुरक्षित रहेंगे, जबकि केंद्र के अंतर्गत आने वाले हॉस्पिटल्स दिल्ली के बाहर वालों के लिए भी उपलब्ध होंगे. उन्होंने कहा कि जून महीने के अंत तक, दिल्ली को 15,000 बिस्तरों की आवश्यकता होगी.
सीएम केजरीवाल ने बताया- क्यों नहीं दे रहे हैं होटलों को खोलने की इजाजत साथ ही शॉपिंग मॉल्स, रेस्टोरेंट और मंदिर आमलोगों के लिए खोल दिए जाएंगे. वहीं होटलों और बैंकेवेट हाल को बंद रखा जाएगा. इस अनलॉक के बीच सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा. केजरीवाल ने कहा कि हो सकता है आने वासे समय में बहुत से होटलों और बैंकेवेट को अस्पताल में बदलना पड़े. इसलिए हमने ये फैसला लिया है.