'बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ हुआ, बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया...', साक्षी मलिक के मुद्दे पर कांग्रेस ने केंद्र को घेरा
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव में जीत हासिल की थी. इसके बाद पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
कांग्रेस ने रेसलर्स के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है. केंद्र सरकार ने बेटियों को न्याय नहीं दिया. न ही बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा, सारे खेल संघों पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया है.
सुरजेवाला ने कहा, ''पहलवान बेटियों के यौन शोषण के आरोपी BJP सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के चुनाव जीतने के बाद ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान साक्षी मलिक का संन्यास लेना भारत के खेल इतिहास में एक काला अध्याय है. किसान की पहलवान बेटी की आंख से निकला हर आंसू मोदी सरकार की बेशर्मी का प्रमाण है. BJP का नारा है- बेटी रुलाओ, बेटी सताओ और बेटियों को घर बिठाओ.''
उन्होंने कहा, देश का दुर्भाग्य है कि हरियाणा के साधारण किसान परिवार की जिस बेटी ने पहला ओलंपिक मेडल जीता, उसे आज मोदी सरकार के 'दबदबे' ने वापस घर जाने पर मजबूर कर दिया है. पहलवान बेटियां न्याय मांगने के लिए जंतर-मंतर पर बैठी रहीं लेकिन BJP सरकार ने उन्हें दिल्ली पुलिस के जूतों से कुचलवाया. जबकि महिला पहलवानों ने खुद न्याय की गुहार PM मोदी, गृहमंत्री और खेलमंत्री से लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद FIR तो दर्ज हुई लेकिन BJP सांसद बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई.
सुरजेवाला ने कहा, देश की बेटियों के मोदी सरकार से सवाल हैं कि मोदी सरकार चुप क्यों है? देश की संसद किसान की पहलवान बेटियों के अपमान पर चुप क्यों है? देश की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा-राज्यसभा के सभापति, खेल जगत की नामी-गिरामी हस्तियां चुप क्यों हैं? तो क्या मान लिया जाए कि अब दबदबा, डर, भय और अन्याय ही न्यू इंडिया का नॉर्मल है.
क्या है पूरा मामला?
- भारतीय कुश्ती महासंघ के गुरुवार को हुए चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की. संजय को 40 , जबकि राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व स्वर्ण पदक विजेता अनिता श्योराण को 7 वोट मिले. संजय वाराणसी के रहने वाले हैं और बृजभूषण के करीबी हैं.
- चुनावों के नतीजों को रेसलर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने निराशाजनक बताया. साक्षी मलिक ने तो कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया. इन तीनों पहलवानों के नेतृत्व में ही कई रेसलर्स ने बृजभूषण के खिलाफ जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था. इन पहलवानों ने बृजभूषण पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने FIR भी दर्ज की है. इसके बाद पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी. इस दौरान ठाकुर ने उन्हें आश्वासन दिया था कि बृजभूषण के परिवार के किसी भी सदस्य या करीबी सहयोगी को डब्ल्यूएफआई चुनाव में उतरने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
- WFI में चुनाव प्रक्रिया जुलाई में शुरू हुई थी, लेकिन कोर्ट में विभिन्न मामलों के चलते इसमें देरी हुई. सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को रद्द कर दिया था. इसके बाद चुनाव हुआ.