Congress Attack On PM Modi: कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में लगातार हो रहीं आतंकी घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला. कांग्रेस ने कहा, पीएम मोदी के पास आतंकी हमले में मारे गए लोगों की सहानभूति के लिए एक शब्द नहीं है, लेकिन वे पाकिस्तान के पीएम के साथ ट्वीट में व्यस्त हैं.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बयान जारी कर कहा, ''जम्मू-कश्मीर में 3 दिन में 3 आतंकी हमले हुए. प्रधानमंत्री मोदी की नजर रियासी पर क्यों नहीं है? उन्होंने पाकिस्तानी नेताओं को ट्वीट कर जवाब दिया, लेकिन क्रूर आतंकी हमलों की निंदा करने का उन्हें समय नहीं मिला! पिछले 10 सालों में मोदी सरकार की झूठी छाती ठोकने की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है, जबकि निर्दोष लोग कायरतापूर्ण आतंकी हमलों के शिकार हुए हैं, लेकिन सबकुछ पहले जैसा ही चल रहा है!''
पीएम से सहानुभूति के एक शब्द भी नहीं मिले- कांग्रेस
कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, जब नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार शपथ ले रही थी और कई राष्ट्राध्यक्ष देश का दौरा कर रहे थे, उसी समय भारत को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में एक भयानक और वीभत्स आतंकी हमला झेलना पड़ा, जिसमें 9 कीमती जानें चली गईं और कम से कम 33 लोग घायल हो गए.आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से कटरा जा रहे तीर्थयात्रियों से भरी बस पर गोलीबारी की और मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा गया. पीड़ितों को स्वयंभू 'परमात्मा' प्रधानमंत्री से सहानुभूति के एक शब्द भी नहीं मिले! क्यों?
कांग्रेस ने कहा, ''इसके बाद, कठुआ में एक और आतंकी हमला हुआ, जिसमें एक नागरिक घायल हो गया। 11 जून को जम्मू के डोडा के छत्रकला में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में 6 सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों ने भद्रवाह-पठानकोट के साथ चत्तरगल्ला इलाके में 4 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस द्वारा संचालित एक संयुक्त चौकी पर गोलीबारी की. पिछले तीन दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों की बाढ़ आ गई है, जबकि पीएम मोदी पाकिस्तानी नेताओं - नवाज शरीफ और पाक पीएम शाहबाज शरीफ के बधाई ट्वीट्स पर प्रतिक्रिया पोस्ट करने में व्यस्त हैं. उन्होंने नृशंस आतंकी हमलों पर एक भी शब्द क्यों नहीं बोला? उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है?''
बीजेपी की पोल खोल गई- कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा, ''जम्मू-कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति की वापसी के भाजपा के बड़बोलेपन और खोखले दावों की पूरी तरह से पोल खुल गई है. यह तथ्य कि भाजपा ने कश्मीर घाटी में चुनाव लड़ने की भी जहमत नहीं उठाई, इस बात का प्रमाण है कि उनकी 'नया कश्मीर' नीति पूरी तरह विफल रही है.
कांग्रेस ने पूछा, क्या यह सच नहीं है कि पिछले 2 सालों में पीर पंजाल रेंज - राजौरी और पुंछ, अब सीमा पार आतंकवाद का गढ़ बन गया है, क्योंकि पिछले दो सालों में इन इलाकों में हुए आतंकी हमलों में 35 से ज्यादा जवान शहीद हो चुके हैं? और अब आतंक पड़ोसी रियासी जिले में भी फैल गया है, जिसे अपेक्षाकृत शांत माना जाता था?
पवन खेड़ा ने बयान में पूछा, क्या यह सच नहीं है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में हमारे सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर कम से कम 19 बड़े आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें सीआरपीएफ कैंप, आर्मी कैंप, एयरफोर्स स्टेशन और मिलिट्री स्टेशन- पुलवामा, पंपोर, उरी, पठानकोट, गुरदासपुर, अमरनाथ यात्रा हमला, सुंजवान आर्मी कैंप, पुंछ आतंकी हमले (अप्रैल और दिसंबर 2023) शामिल हैं, जिनमें हमारे कई कीमती जीवन खो गए हैं? क्या यह सच नहीं है कि मोदी सरकार ने 2016 में पथकोट आतंकी हमले की जांच के लिए दुष्ट आईएसआई को आमंत्रित किया था?
उन्होंने पूछा, क्या यह सच नहीं है कि मोदी सरकार ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, जबकि जम्मू-कश्मीर में 2,262 आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 363 नागरिक मारे गए और 596 जवान शहीद हुए हैं?