कैश की किल्लत पर कांग्रेस का बीजेपी पर हमला, कहा- 'साहब' कर रहे विदेश में ऐश, जनता खोज रही बैंकों में कैश!
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विट कर कहा कि आज नोटबंदी के समय से भी ज़्यादा नोट चलन में हैं. उन्होंने जानकारी दी कि 6 नवंबर 2016 को 17.74 लाख करोड़ नोट चलन में थे, वहीं 6 अप्रैल 2018 को 18.17 लाख करोड़ नोट चलन में हैं. उन्होंने ये भी बताया कि उन्होंने ये आंकड़ा रिज़र्व बैंक के हवाले से पेश किया है.
नई दिल्ली: देश के 10 राज्य कैश के संकट से जूझ रहे हैं. लोगों की शिकायत है कि एटीएम खाली पड़े हैं और वो पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं. बैंक में भी पैसा नहीं है और एटीएम पर ताले लटके नजर आ रहे हैं. अचानक उठे इस कैश संकट से लोगों को नोटबंदी की याद आ रही है. विपक्ष ने भी इसपर हमला बोला है और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मामले पर कई ट्वीट किए हैं. अपने सबसे ताज़ा ट्वीट में वो लिखते हैं कि 'साहब' कर रहे विदेश में ऐश, जनता खोज रही बैंकों में कैश!
इससे जुड़े अपने सबसे पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, "बैंक संकट में हैं, पब्लिक का पैसा डूब रहा है और पैसे लेकर भागने वाले मज़े में हैं." जाहिर सी बात है कि इस ट्वीट में उन्होंने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के पीएनबी बैंकिंग स्कैम की ओर इशारा किया है.
'साहब' कर रहे विदेश में ऐश जनता खोज रही बैंकों में कैश ! https://t.co/L4fK0N6MVa
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 17, 2018
सरकरा पर सिलसिलेवार हमले में सुरजेवाला लिखते हैं, "नॉन परफॉर्मिंग एसेट में मोदी जी ने साल 2014-17 के बीच 2,72,558 करोड़ माफ किए, वहीं 2014-17 के बीच इससे जुड़ी 29,343 करोड़ की रिकवरी हुई. इससे पब्लिक के पैसे को 2,43,215 करोड़ का नुकसान हुआ." वो आगे लिखते हैं, "अबकी बार, ‘मित्रों’ का क़र्ज़ा माफ़ सरकार."
नोटबंदी घोटाला!
मोदी जी का शानदार जुमला - "नोटबंदी द्वारा देश को कैशलैस सोसाइटी की तरफ़ आगे बढ़ाना है" कड़वी सच्चाई- आज नोटबंदी के समय से भी ज़्यादा नोट चलन में हैं- 6 नवंबर 2016 - नोट चलन में-17.74 लाख करोड़। 6 अप्रैल 2018 - नोट चलन में -18.17 लाख करोड़! (RBI Data) pic.twitter.com/Dkdst2wq1Q — Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 17, 2018
सुरजेवाला ने नोटबंदी को घोटाला बताते हुए लिखा है, "मोदी जी का शानदार जुमला- नोटबंदी द्वारा देश को कैशलेस सोसाइटी की तरफ़ आगे बढ़ाना है." वही पीएम मोदी के इस वादे को कड़वी सच्चाई बताते हुए वो लिखते हैं कि आज नोटबंदी के समय से भी ज़्यादा नोट चलन में हैं. उन्होंने जानकारी दी कि 6 नवंबर 2016 को 17.74 लाख करोड़ नोट चलन में थे, वहीं 6 अप्रैल 2018 को 18.17 लाख करोड़ नोट चलन में हैं. उन्होंने ये भी बताया कि उन्होंने ये आंकड़ा रिज़र्व बैंक के हवाले से पेश किया है.