नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत चरम पर है. इस बीच ममता बनर्जी की ओर से नॉन बीजेपी नेताओं को चिट्ठी लिखने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने उन पर पलटवार किया है. कांग्रेस के नेता और पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा है कि चुनाव से पहले ममता बनर्जी को सोनिया गांधी क्यों नहीं याद आई. इस दौरान अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट के संयुक्त मोर्चे से डर गई हैं जिसके बाद यह कदम उठाया.
अधीर रंजन का ममता पर हमला
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''ममता बनर्जी कांग्रेस और लेफ्ट के संयुक्त मोर्चे से डर गई हैं. जिन पर उन्होंने सालों से अत्याचार किया अब वह मोर्चा बढ़ता दिखाई दे रहा है तो डर से ये प्रस्ताव दे रही हैं. हमारा मकसद साफ है बीजेपी और टीएमसी दोनों को हराना.''
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पूछा, ''ममता बनर्जी ने चुनाव से पहले सोनिया गांधी को प्रस्ताव क्यों नहीं दिया. अगर अब ये बोल रहीं तो दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से मिलें, उनसे माफी मांगे. इसके बाद नेतृत्व फैसला करेगा कि क्या करना है.''
ममता के पत्र में क्या?
इससे पहले बुधवार को विधानसभा चुनावों के बीच ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखा था. ममता ने अपने पत्र में कहा था कि लोकतंत्र और संविधान पर बीजेपी के कथित हमलों के खिलाफ 'एकजुट होकर और प्रभावशाली ढंग से' संघर्ष करने का समय आ गया है.
ममता बनर्जी ने अपने पत्र में लिखा था कि विपक्षी नेताओं को देश के लोगों के लिए एक 'विश्वसनीय विकल्प' पेश करने की कोशिश करनी चाहिए. ममता बनर्जी ने पत्र में आरोप लगाया है कि स्वतंत्रता के बाद से केंद्र-राज्य संबंध सबसे खराब स्थिति में है.
बीजेपी का पलटवार
ममता बनर्जी के पत्र पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा, ''अंग्रेजी में एक कहावत है सेव आवर साउल्स, या सेव आवर शिप (एसओएस). इसका मतलब ये है कि जहाज डूब रहा है. यह साफ है कि ममता जी ने यह मान लिया है कि उनका जहाज बंगाल में डूब रहा है और वह मुश्किल में हैं. बंगाल के लोगों ने बीजेपी के पक्ष में शानदार जनादेश का फैसला कर लिया है.
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