नई दिल्ली: दिल्ली के रामलीला मैदान में शनिवार को होने वाली 'भारत बचाओ रैली' को कामयाब बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने पूरी ताकत लगा रही है. अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार, बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की समस्या आदि के मुद्दे पर हो रही कांग्रेस की इस रैली में देशभर से पार्टी के कार्यकर्ता इकट्ठा हो रहे हैं. रैली में भीड़ जुटाने पर पार्टी का जोर तो है ही साथ इस रैली के जरिए कैसे केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मजबूत संदेश दिया जाए इसको लेकर भी रणनीति बनाई जा रही है.


सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रैली को संबोधित करेंगे. कांग्रेस के रणनीतिकारों की कोशिश है कि रैली में आए कार्यकर्ता 'आर्थिक मंदी' के रंग में रंगे नजर आएं. वहीं, पार्टी का एक खेमा इस रैली को 'राहुल लाओ अभियान' की शक्ल देने की तैयारी भी कर रहा है. साफ है कि शनिवार को रामलीला मैदान में एकतरफ 'मोदी हटाओ का नारा' लगेगा तो वहीं 'राहुल लाओ' का नारा भी गूंजेगा.


मोदी है तो मंदी है" वाली टी शर्ट


कांग्रेस की रैली में सारा फोकस मोदी सरकार पर हमला बोलने पर होगा. मंच से नेता तो मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर हमला बोलेंगे ही. इसके अलावा कांग्रेस के कार्यकर्ता अलग अंदाज में मंदी पर संदेश देंगे. सूत्रों के मुताबिक रैली में बड़ी संख्या में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता "मोदी है तो मंदी है" नारे लिखी हुई टी-शर्ट पहन कर आएंगे. इसके जरिए कांग्रेस बीजेपी के "मोदी है तो मुमकिन है" नारे का जवाब देगी. कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि मोदी के साथ मंदी शब्द को जोड़ कर वो ब्रांड मोदी को नुकसान पहुंचाने में कामयाब हो पाएंगे.


राहुल लाओ अभियान


मोदी सरकार पर हमला करने के अलावा कांग्रेस की रैली में राहुल गांधी को दुबारा पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग उठने की भी पूरी संभावना है. राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग से जुड़े पोस्टर, बैनर के साथ कार्यकर्ता नजर आ सकते हैं. पार्टी के एक नेता ने बताया कि उन्होंने बड़ी संख्या में राहुल के मुखौटों का ऑर्डर दिया है. राहुल के हाथों में पार्टी की कमान देने के लिए कार्यकर्ता नारेबाजी भी कर सकते हैं. विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक राहुल कैम्प के कांग्रेस में बड़े नेताओं ने पार्टी के अनुषांगिक संगठनों से रैली में राहुल गांधी को लेकर माहौल बनाने के निर्देश दिए हैं.


इससे पहले पिछले दिनों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने राहुल गांधी को दुबारा अध्यक्ष बनाने के पक्ष में बयान दिया है. साफ है कि कांग्रेस में राहुल लाओ अभियान शुरू हो चुका है जिसकी बड़ी झलक 'भारत बचाओ रैली' में देखने को मिलेगी. बहरहाल रैली की कामयाबी जुटने वाली भीड़ पर निर्भर करती है. दिल्ली कांग्रेस के अलावा पार्टी महासचिवों और प्रभारियों को इसके लिए जिम्मेदारी दी गई है. इस रैली की तैयारियों पर प्रियंका गांधी भी नजर रख रही हैं. हाल में ही उन्होंने लखनऊ का दौरा भी किया था जिस राज्य की वो खुद प्रभारी हैं.


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