नई दिल्लीः कांग्रेस की ओर से सोमवार को बुलाए गए ‘भारत बंद’ के दौरान कई विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर देश में पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतों में बढ़ोत्तरी के विरोध में प्रदर्शन करेंगी. एनसीपी चीफ शरद पवार, डीएमके चीफ एम के स्टालिन और वामपंथी नेताओं ने कांग्रेस की ओर से बुलाए गए ‘भारत बंद’ का खुला समर्थन किया है जबकि तृणमूल कांग्रेस ने इस बंद से दूर रहने का फैसला किया है. वहीं आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस के इस भारत बंद में शामिल नहीं होगी. बताया जा रहा है कि कुल 21 पार्टियां इस बंद में कांग्रेस का साथ दे रही हैं जिनमें एनसीपी, जेडीएस, आरजेडी, एमएनएस, डीएमके शामिल हैं. शिवसेना ने इस बंद से दूर रहने का एलान किया है और बीजेडी ने न तो समर्थन और न ही विरोध का एलान किया है.


राजघाट पर दिया जाएगा धरना
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कल कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के भारत बंद के तहत दिल्ली में सुबह 8 बजे कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों के नेता राजघाट पर धरना देंगे और बताया जा रहा है कि मार्च भी निकाल सकते हैं. कहा जा रहा है कि यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी प्रदर्शन भी शामिल हो सकती हैं. कांग्रेस के भारत बंद के एलान को लेकर राजकोट की 400 स्कूल कल बंद रहेंगे. छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल संचालकों ने फैसला लिया है.

राज्य में घोषित नीति के तहत टीएमसी हड़ताल नहीं करेगी
पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि जिन मुद्दों पर बंद बुलाया जा रहा है, वह उस पर साथ है, लेकिन पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषित नीति के मुताबिक वह राज्य में किसी तरह की हड़ताल के खिलाफ है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 52 महीनों में देश के लोगों से 11 लाख करोड़ रुपए ‘लूटे’ हैं और भाजपा सरकार चलाने की बजाय ‘मुनाफाखोर कंपनी’ चला रही है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतें हर रोज बढ़ रही हैं, उससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है. सुरजेवाला ने कहा, ‘हम मांग करते हैं कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों का कोई जिक्र नहीं किया गया, क्योंकि उन्हें लोगों के दुख-दर्द से कोई मतलब ही नहीं है.’

डीएमके का भारत बंद को समर्थन
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भाजपा को सत्ता से बेदखल करके देश में बदलाव लाएं. डीएमके के अध्यक्ष स्टालिन ने कहा, ‘डीएमके पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जबर्दस्त बढ़ोतरी को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही कांग्रेस की ओर से बुलाए गए भारत बंद’ को पूरा समर्थन देगा.’

हिंसक प्रदर्शन में शामिल न होंः कांग्रेस
बंद के आह्वान के मद्देनजर कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे किसी हिंसक प्रदर्शन में शामिल नहीं हों. इससे पहले, कांग्रेस ने कहा कि कई चैंबर ऑफ कॉमर्स और कारोबारी संगठनों के अलावा 21 विपक्षी दल इस भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं. पार्टी की मांग है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए जिससे तेल के दाम 15 से 18 रुपये तक गिर सकते हैं.

कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा, ‘मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बंद को हिंसा मुक्त बनाने का अनुरोध करता हूं. हम महात्मा गांधी की पार्टी के हैं और हमें अपने आप को किसी हिंसा से नहीं जोड़ना चाहिए.’ रविवार को पेट्रोल और डीजल के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच गए. रविवार को पेट्रोल के दामों में 12 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 10 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई.

बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पेट्रोल, डीजल, रुपये का जिक्र नहीं
माकन ने कहा कि उन्हें यह देखकर ‘दुख’ हुआ कि बीजेपी की यहां हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कच्चे तेल के बढ़ते दामों पर चुप्पी साधे रखी गई और महंगाई या रुपये के अवमूल्यन पर कोई चर्चा नहीं हुई. ये ऐसे मामले हैं जो सीधे आम आदमी से जुड़े हैं.