Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' बुधवार (31 जनवरी) को एक बार फिर से पश्चिम बंगाल में दाखिल हुई. न्याय यात्रा मालदा जिले के हरिशचंद्रपुर के रास्ते पश्चिम बंगाल पहुंची है. इस दौरान कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी (सीपीआई-एम) के कार्यकर्ताओं ने राहुल का स्वागत किया. उनकी रैली में सीपीआई समर्थकों का हुजूम देखने को मिला, जो पार्टी झंडे के साथ कांग्रेस की रैली में शामिल हुए.
मालदा जिला एक वक्त कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. हालांकि, बदलते वक्त के साथ यहां पर सीपीआई-एम की एंट्री हुई और आज ये उनके गढ़ में तब्दील हो चुका है. सीपीआई-एम कार्यकर्ताओं को राहुल के लिए नारे लगाते हुए देखा गया. देबीपुर में जब राहुल गांधी लंच के लिए रुके तो उस वक्त सीपीआई-एम के राज्य समिति सदस्य शतरूप घोष ने उनसे मुलाकात की. वह राहुल के साथ देबीपुर से बस में सवार होकर पुकुरिया तक भी गए.
राहुल ने जाना बंगाल के युवाओं का हाल?
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, 'राहुल गांधी ने शतरूप घोष से बातचीत के दौरान बंगाल के युवाओं को लेकर सवाल किया. उन्होंने घोष से पूछा कि बंगाल के युवा क्या सोचते हैं और उनकी परेशानियां क्या हैं, जिन्हें सुलझाने की जरूरत है.' वरिष्ठ सीपीआई (एम) नेता मोहम्मद सेलिम और सुजन चक्रवर्ती के गुरुवार (1 फरवरी) को बेरहामपुर में यात्रा में शामिल होने की उम्मीद है. पिछली बार जब बंगाल में यात्रा आई थी, तो सिलिगुड़ी में सीपीआई नेता जिबेश सरकार भी यात्रा में शामिल हुए थे.
नफरत की राजनीति के खिलाफ खड़े हों बंगाल के लोग: राहुल
मालदा में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि बंगाल के लोग अपने बुद्धिजीवीवर्ग के लिए जाने जाते हैं. इसलिए बंगाल को आरएसएस की विचारधारा और नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ना होगा. बंगाल को नफरत की राजनीति के खिलाफ खड़ा होना होगा. उन्होंने एक बार फिर से कहा, 'नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आए हैं.' इस दौरान उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोले बिना कहा कि उनकी पार्टी अगर चुनाव जीतेगी, तो जातिगत सर्वे पूरे देश में करवाया जाएगा.
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