Bharat Jodo Yatra: बीजेपी ने शनिवार को राहुल गांधी की 150 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा पर एक नया विवाद खड़ा कर दिया. दरअसल शुक्रवार की शाम राहुल गांधी अपने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कैथोलिक पादरियों से मुलाकात कर रहे थे, जिसमें उनके साथ विवादित पादरी जॉर्ज पोन्नैया भी नजर आए. जहां से एक वायरल वीडियो सामने आ जाने पर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है.

 

वीडियो में राहुल गांधी जीसस क्राइस्ट (ईसा मसीह) पर चर्चा करते हुए सवाल किया कि क्या वह असली भगवान थे? जिसके जवाब में जॉर्ज पोन्नैया ने कहा वह एक वास्तविक भगवान है जो एक मानव व्यक्ति के रूप में प्रकट हुए हैं. वे किसी शक्ति (हिन्दू देवी) की तरह नहीं थे.

बीजेपी ने खड़े किए सवाल?


वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर लिखा, "इस आदमी को पहले भी उसकी हिंदू के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए गिरफ्तार किया गया था." पूनावाला ने अपने ट्वीट में यह भी कहा, "इस पादरी ने कहा था कि मैं जूते पहनता हूं क्योंकि ये हमें भारत माता की गंदगियों से दूषित होने से बचाती हैं." राहुल गांधी और जॉर्ज पोन्नैया के बातचीत का वीडियो सामने आने पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर तंज करते हुए लिखा कि भारत तोड़ो आइकन के साथ भारत जोड़ो?"


कांग्रेस का  बीजेपी पर पलटवार


भारत जोड़ो यात्रा पर नए विवाद पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर बीजेपी पर हमला बोला है. जयराम रमेश ने लिखा कि महात्मा गांधी, नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पंडारे, एमएम कलबुर्गी और गौरी लंकेश  जैसे लोगों की हत्या के लिए जो जिम्मेदार लोग हैं आज वही सवाल उठा रहे हैं.

 

जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "क्या अजीब मजाक है! भारत जोड़ो यात्रा की भावना को ठेस पहुंचाने की ऐसी कोशिशें बुरी तरह से विफल होंगी." भाजपा की हेट फैक्ट्री का एक नृशंस ट्वीट वायरल हो रहा है. इसका ऑडियो में रिकॉर्ड किए गए किसी भी तरह के संबंध से कोई लेना-देना नहीं है. यह बीजेपी की एक शरारत है. भारत जोड़ो यात्रा के सफल शुरुआत और जनता से मिल रहे समर्थन को देखकर बीजेपी हताश हो गई है.


उन्होंने पिछले साल जुलाई में मदुरै के कालीकुडी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, द्रमुक सरकार के मंत्री और अन्य के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में पादरी जॉर्ज पोन्नैया गिरफ्तार किया गया था. राहुल गांधी ने पोन्नैया से मुट्टीडिचन पराई चर्च में मुलाकात की थी.