‘भारत जोड़ो यात्रा’ से चुनावी सफलता में तब्दील होने में लगेगा थोड़ा वक्त- कांग्रेस नेता जयराम रमेश
भारत जोड़ो यात्रा हर दिन करीब 20 किलोमीटर का सफर तय कर रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' 23 नवंबर को मध्य प्रदेश पहुंचेगी.
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का रविवार को महाराष्ट्र में आखिरी चरण था. इस दौरान कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से चुनावी सफलता में तब्दील होने में थोड़ा वक्त लगेगा. रमेश ने संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि लोग एक विकल्प की तलाश कर रहे हैं और बीजेपी-आरएसएस से निजात पाना चाहते हैं.
जयराम रमेश ने ये भी कहा, कांग्रेस एकमात्र विचारधारा है जो बीजेपी और आरएसएस का विकल्प प्रस्तुत करती है. भारत जोड़ो यात्रा राष्ट्रीय राजनीति एवं कांग्रेस के लिए एक क्रांतिकारी क्षण है, यह महज एक कार्यक्रम नहीं है. यात्रा महाराष्ट्र में 21 और 22 नवंबर को रुकी रहेगी और 23 नवंबर को मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगी.
रमेश ने दावा किया कि यात्रा ने एक प्रेरक संदेश दिया है और एक ‘नयी कांग्रेस’ उभर रही है. रमेश ने यात्रा के लिए अत्यधिक अच्छी व्यवस्था करने को लेकर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया. यात्रा के लिए महाराष्ट्र समन्वयक बालासाहेब थोराट ने कहा कि यात्रा के तहत राज्य में 380 किमी से अधिक की दूरी तय की गई है. उन्होंने कहा, ‘‘पदयात्रा के दौरान, लोगों के साथ राहुल गांधी की बातचीत स्मरणीय है.’’
"आदिवासी इस देश के ‘पहले मालिक’"
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था, आदिवासी इस देश के ‘पहले मालिक’ हैं और अन्य नागरिकों की भांति उन्हें भी समान अधिकार हैं. बुलढाणा के नीमखेद में ‘लाइट ऑफ यूनिटी’ शो का आयोजन किया गया. मशहूर फिल्मकार अमोल पालेकर और उनकी पत्नी , लेखिका-फिल्मकार संध्या गोखले ने भी इस यात्रा में हिस्सा लिया.
गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में 14 दिनों की इस यात्रा से उन्होंने काफी कुछ सीखा. छत्रपति महाराज, बाबा साहब आंबेडकर, छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा फुले की इस धरती पर उनका अनुभव समृद्ध कारी रहा. इस अनुभव को हमेशा संजोकर रखूंगा. उन्होंने किसानों, युवाओं, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों, दबे कुचले वर्गों के लोगों के साथ देश की सामाजिक-राजनीतिक दशा पर चर्चा की.
यात्रा के दौरान गांधी ने दिया था विवादित बयान
तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए सात सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई थी. यह मार्च अब मध्यप्रदेश सीमा पर पहुंच चुका है. यात्रा नीमखेड में दो दिन रुकने के बाद पड़ोसी राज्य के बुरहानपुर की ओर बढ़ेगी. यात्रा के दौरान गांधी ने यह कहकर विवाद को जन्म दिया था कि वीडी सावरकर ने डर के मारे ब्रिटिश सरकार के समक्ष क्षमा याचिका दायर की थी. उनके इस बयान पर बीजेपी और अन्य दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी. शिवसेना नेता संजय राउत ने भी कहा कि इस बयान से महा विकास अघाड़ी में दरार आ सकती है.
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