Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इंदौर के वैष्णव कॉलेज के पास प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान राहुल ने कहा, 'भारत जोड़ो यात्रा मेरी तपस्या है. तपस्या कुछ प्राप्त करने के लिए नहीं की जाती. देश में डर और नफरत का माहौल है. मेरी जिम्मेदारी है कि डर और नफरत के खिलाफ कुछ करूं. बहुत सारे बीजेपी के लोग भी सोचते हैं कि देश में जो हो रहा है वो गलत है. इससे मुझे कुछ न मिले तो भी यह मेरी जिम्मेदारी है और वह इसे करेंगे.'
मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं के लिए क्या भविष्य में पार्टी के दरवाजे खुले हैं? इस सवाल पर राहुल ने कहा कि इसका जवाब कांग्रेस अध्यक्ष देंगे, लेकिन मेरी राय में जो लोग खरीदे गए उनपर भरोसा नहीं किया जा सकता. राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य देश को उसके डीएनए की याद दिलाना है.
'दोनों नेता पार्टी की ताकत'
राहुल ने कहा कि फिलहाल उनका ध्यान केवल यात्रा को पूरा करने और लोगों को सुनने पर है. चुनाव को लेकर वह अभी कुछ नहीं सोच रहे हैं. राजस्थान में चल रही राजनीति लड़ाई के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि किसने क्या कहा इस बात पर नहीं जाना चाहिए. दोनों नेता (अशोक गहलोक और सचिन पायटल) पार्टी की ताकत हैं. भारत जोड़ो यात्रा पर इसका कोई असर नहीं होने वाला है.
राहुल का बीजेपी पर निशाना
बीजेपी की प्रॉब्लम है कि उन्होंने हजारों करोड़ों रुपये केवल उनकी इमेज खराब करने में लगा दिए, लेकिन इससे मुझे और शक्ति मिलती है. क्यूंकि सच्चाई को छुपाया नहीं जाता दबाया नहीं जाता. राहुल गांधी को उन्होंने बहुत सालों पहले छोड़ दिया है. जब वह 25-26 साल के थे तभी उन्होंने इस यात्रा के बारे में सोचा था पर तब हुआ नहीं और इस यात्रा का सबसे सही समय यही है.
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