नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में विपक्ष पर जमकर हमला बोला है. पीएम मोदी के इस इंटरव्यू पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस नेता शकील अहमद ने प्रधानमंत्री के इंटरव्यू को फिक्स करार दिया है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए शकील अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री को चोरी छुपे इंटरव्यू देने के बजाए, प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए. गौरतलब है कि अपने चार साल से ज्यादा के कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी ने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है.



 



क्या बोले शकील अहमद?



कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा, ''प्रधानमंत्री को फिक्सड इंटरव्यू देने के बजाय संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने की हिम्मत दिखानी चहिए. 56 इंच की छाती वाले PM ने पिछले साढ़े चार सालों में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है.'' कांग्रेस ने मुद्दा दर मुद्दा प्रधानमंत्री के इंटरव्यू का जवाब दिया है.



 



इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने एनआरसी के मुद्दे पर कहा कि किसी भी भारतीय को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा. इस पलटवार करते हुए शकील अहमद ने कहा, ''असम वहीं के बीजेपी विधायक का कहना है कि 40 लाख में से 20-25 लाख हिन्दू हैं. जबकि मोदी-अमित शाह देश भर में ये संदेश देना चाह रहे हैं कि 40 लाख बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए हैं. अपने समर्थकों को ही धोखा दे रहे हैं.''



 



प्रधानमंत्री ने अपने इंटरव्यू में कहा कि महागठबंधन ज्यादा देर तक नहीं चलेगा बस देखना है कि ये चुनाव से पहले टूटेगा या बाद में. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शकील अहमद ने कहा, ''1977 में और 1989 उनकी अपनी पार्टी महागठबंधन में शामिल रह चुकी है. प्रधानमंत्री की यादाश्त कमजोर है. देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.''



 



प्रधानमंत्री ने दावा किया है कि पिछले एक साल में एक करोड़ युवाओं को नौकरियां दी गईं. इस दावे पर शकील अहमद ने कहा, ''रोजगार का सर्वे 2016 में खत्म कर दिया ताकि लोगों को रोजगार के आंकड़े पता ना चले. ऑटो चलाने वाले से लेकर वकील तक के बारे में कहते हैं कि हमने रोजगार दिया. युवाओं को धोखा दिया, उल्टे 22 लाख लोगों को नौकरियों से हटा दिया गया है.''



 



प्रधानमंत्री ने कहा कि मॉब लिंचिंग और महिला अपराध से जुड़ी एक भी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस पर शकील अहमद ने कहा, ''अधिकांश लिंचिंग की घटनाएं बीजेपी शासित राज्यों में होती हैं. उन्नाव कांड का आरोपी विधायक अब तक उनकी पार्टी में है. इन्हें, बस्ती भी जलानी है, मातम भी मनाना है.''



 



इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा है कि जातिगत आरक्षण खत्म करने का कोई विचार नहीं है. इस कांग्रेस ने कहा, ''आरक्षण खत्म करने की किसी की हिम्मत हो भी नहीं सकती. लेकिन चुनावों में आरएसएस आरक्षण खत्म करने की बात करती है और बाद में प्रधानमंत्री इससे इंकार करते हैं. दरअसल ऐसा करके दोनों पक्षों को खुश रखना चाहते हैं. ये लोगों को मूर्ख बना कर वोट बटोरने की कवायद है.''




 



प्रधानमंत्री ने संसद में राहुल गांधी के गले मिलने पर एएनआई से कहा कि आप ही तय करें कि यह बचकाना था या नहीं. अगर आप तय नहीं कर पा रहे तो आंख मारने वाली घटना देखें, जवाब मिल जाएगा. इसका जवाब देते हुए शकील अहमद ने कहा, ''गले मिलना बचकाना है तो फिर प्रधानमंत्री अंतराष्ट्रीय स्तर पर बचकानी हरकत करते हैं. डोनाल्ड ट्रंप के तो गले में लटक गए थे.'' यहां क्लिक पढ़ें पीएम मोदी का पूरा इंटरव्यू