हरियाणा: बरोदा उप-चुनाव में इंदू राज नरवाल ने बीजेपी के योगेश्वर दत्त को हराया
बरोदा विधानसभा सीट अप्रैल महीने में कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से खाली हुई थी। वह इस सीट से 2009, 2014 और 2019 में तीन बार चुनाव जीते थे।
हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में बीजेपी को शिकस्त खानी पड़ी है। बीजेपी के उम्मीदवार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त यहां से कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल के सामने हार गए हैं। बरोदा विधानसभा सीट अप्रैल महीने में कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से खाली हुई थी। वह इस सीट से 2009, 2014 और 2019 में तीन बार चुनाव जीते थे।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल 11वें दौर की मतगणना के बाद भी दत्त पर बढ़त बनाए हुए थे। 11वें दौर की मतगणना के बाद नरवाल को 35,301 वोट मिले थे जबकि दत्त को 24,971 मत ही पड़े थे।
इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के उम्मीदवार जोगिंदर सिंह मलिक को 3548 वोट मिले, जबकि लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार सैनी को महज 3241 मत ही हासिल हुए। बरोदा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना मंगलवार सुबह आठ बजे शुरू हो चुकी थी। वहां पर कुल 20 दौर की मतगणना की गई।
अधिकारियों के मुताबिक, सोनीपत के मोहाना में स्थित मतगणना केंद्र में तीन स्तरीय सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। इस सीट पर तीन नवंबर को 68.57 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस सीट से 14 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे। बरोदा उपचुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा था, जहां सत्तारूढ़ भाजपा बरोदा सीट को जीतना की जद्दोजहद कर रही थी, तो वहीं कांग्रेस इसे बचाने में लगी हुई थी।
यह उपचुनाव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई थी, क्योंकि जाट बहुल यह सीट, रोहतक जिले की गढ़ी सांपला किलोई सीट के पड़ोस में है जहां से वह स्वयं विधायक हैं। यह उपचुनाव इंडियन नेशनल लोकदल के लिए भी अहम था, क्योंकि पार्टी 2019 के विधानसभा चुनाव में 90 में से एक सीट जीत पाई थी।
बहरहाल, भाजपा ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में विधानसभा की 90 सीटों में से 40 पर जीत दर्ज की थी और बाद में दुष्यंत चौटाला की जजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। जजपा ने 10 सीटे जीतें थीं।