Congress Chintan Shivir Updates: राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर का समापन हो चुका है. शिविर के आखिरी दिन पार्टी ने भविष्य के लिए तमाम बड़े फैसले लिए. साथ ही अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पार्टी नेताओं को संबोधित किया. इस दौरान बीजेपी और आरएसएस पर भी जमकर निशाना साधा गया. इसके अलावा चिंतन शिविर में राहुल गांधी को एक बार फिर अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठी. जानिए कांग्रेस के इस चिंतन शिविर की 10 बड़ी बातें -
- कांग्रेस ने तीन दिनों के चिंतन शिविर के समापन के बाद पार्टी में होने वाले ‘बडे सुधारों’ की घोषणा की. जिनमें मुख्य रूप से पार्टी में युवाओं की भूमिका बढ़ाने पर जोर दिया गया है. पार्टी में ‘एक परिवार, एक टिकट’ का फार्मूला लागू करने, संगठन में हर स्तर पर युवाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व देने और अगले लोकसभा चुनाव से 50 प्रतिशत टिकट 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने का भी फैसला किया गया.
- इस चिंतन शिविर में राहुल गांधी को एक बार फिर से कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग भी उठी. यहां मौजूद कई नेताओं ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की पैरवी की. जिसके बाद राहुल ने कहा कि, जो भी पार्टी कहेगी वो करूंगा. राहुल के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि वो जल्द फिर से पार्टी के अध्यक्ष बन सकते हैं.
- चिंतन शिविर के समापन के बाद कांग्रेस की तरफ से जो ‘उदयपुर नवसंकल्प’ जारी किया गया, उसमें राजनीतिक मुद्दों, संगठन से जुड़े विषयों, पार्टी के भीतर सुधारों, कमजोर तबकों को फिर से साथ जोड़ने, युवाओं, छात्रों और आर्थिक मुद्दों पर पार्टी का नजरिया रखा गया. साथ ही, आगे के कदमों का भी स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया.
- कांग्रेस ने ‘भारतीय राष्ट्रवाद’ को अपना मूल चरित्र बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की ‘ध्रुवीकरण की राजनीति’ की धार कुंद करने और सामाजिक सद्भाव को बढ़ाने के लिए इस साल 2 अक्टूबर से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली जाएगी.
- कांग्रेस ने समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के साथ संपर्क स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि राजनीतिक परिस्थितियों के अनुरूप गठबंधन का विकल्प उसने खुला रखा है. कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था की ‘बदहाल स्थिति’, महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि मौजूदा वैश्विक और घरेलू हालात के मद्देनजर यह जरूरी हो गया है कि उदारीकरण के 30 साल बाद अब देश की आर्थिक नीतियों को फिर से तय किया जाए.
- पार्टी में बड़े सुधारात्मक कदमों की घोषणा किए जाने के बीच, राहुल गांधी ने यह स्वीकार किया कि जनता के साथ पार्टी का संपर्क टूट चुका है और इस संपर्क को फिर से स्थापित करने के लिए नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतरना होगा और पसीना बहाना होगा.
- राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, ये एक परिवार है और मैं आपके परिवार का हूं. मेरी लड़ाई आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा है जो देश के सामने एक खतरा है, उससे मेरी लड़ाई है. ये लोग जो नफरत फैलाते हैं, हिंसा फैलाते हैं... इसके खिलाफ मैं लड़ता हूं और लड़ना चाहता हूं. ये मेरी जिंदगी की लड़ाई है.
- पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर के समापन के मौके पर कांग्रेस कार्य समिति के कुछ सदस्यों को लेकर अपने तहत एक सलाहकार समूह बनाने का ऐलान किया और यह भी स्पष्ट किया कि यह सामूहिक निर्णय लेने वाला कोई समूह नहीं होगा.
- सोनिया गांधी ने कहा कि एक समग्र कार्य बल बनेगा, जो उन आंतरिक सुधारों की प्रक्रिया को आगे बढ़ायेगा जिन पर इस चिंतन शिविर में चर्चा हुई है. ये सुधार 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किए जाएंगे और इनमें संगठन के सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा.
- कांग्रेस ने ‘पब्लिक इनसाइट विभाग’, ‘राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान’ और ‘चुनाव प्रबंधन विभाग’ का गठन करने और स्थानीय स्तर पर मंडल समितियां बनाने का भी फैसला किया है.
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