नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के दाम में लगी आग को लेकर कांग्रेस ने एक बड़ा दावा किया है. कांग्रेस ने अपने दावे में कहा है कि पेट्रोल और डीजल के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी की वजह सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी नहीं बल्कि सरकार की नीतियां जिम्मेदार है.


कांग्रेस ने कहा कि 2014 के मुकाबले पेट्रोल की एक्साइड ड्यूटी में 211.7 फीसदी, जबकि डीजल की एक्साइज ड्यूटी में 433 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. कांग्रेस के मुताबिक पेट्रोल पर 2014 में जहां एक्साइज ड्यूटी 9.2 रुपये प्रति लीटर था जो अब बढ़कर 19.48 रुपये प्रति लीटर हो चुका है. इसी तरह 2014 में डीजल पर एक्साइड ड्यूटी 3.46 रुपये लीटर थी जो अब बढ़कर 15.33 रुपये प्रति लीटर की जा चुकी है.


कांग्रेस के आरोपों को आधार माननें पर अगर सरकार एक्साइज ड्यूटी को 2014 की स्थिति में ले जाए तो पेट्रोल कम से कम 10.42 पैसे और डीज़ल कम से कम 12 रुपए सस्ता हो जाएगा. आपको बता दें कि तेल की इन्हीं बढ़ी कीमतों की वजह से कांग्रेस देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रही है.


पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने के लिए आज कांग्रेस ने 'भारत बंद' बुलाया है. कांग्रेस का दावा है कि इस बंद में 21 विपक्षी पार्टियां साथ है. हालांकि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजू जनता दल (बीजेडी) ने भारत बंद से दूर रहने का फैसला किया है. एनसीपी, डीएमके, जेडीएस, आरजेडी, वामदल, एमएनएस जैसी पार्टियां आज प्रदर्शन कर रही है.


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