(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Khel Ratna Award: सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम बदलने पर कांग्रेस तिलमिलाई! कहा- छोटे दिल से लिया गया फैसला
Khel Ratna Award: कांग्रेस ने कहा कि मेजर ध्यानचंद के नाम का राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था. राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का कांग्रेस स्वागत करती है.
Khel Ratna Award: सरकार ने आज एक बड़ा फैसला लेते हुए देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम कर दिया है. सरकार के इस कदम पर कांग्रेसी खेमे में खलबली है. हालांकि कांग्रेस ने मेजर ध्यानचंद के नाम का सम्मान करते हुए संतुलित प्रतिक्रिया दी है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेते हुए सरकार पर तीखा हमला भी किया है. कांग्रेस ने इसे छोटे दिल से लिया गया फैसला बताया.
कांग्रेस ने आधिकारिक प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर थे. सरकार को उनके नाम का राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था. हालांकि राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदल कर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का कांग्रेस स्वागत करती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को संकीर्ण सोच से ऊपर उठना चाहिए. मोदी को अब पीटी उषा, मेरी कॉम, सानिया मिर्जा, पुलेला गोपीचंद, सुनील गावस्कर, अभिनव बिंद्रा, कपिल देव आदि में से किसी के नाम पर नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलने की घोषणा करनी चाहिए.
अरुण जेटली स्टेडियम भी किसी खिलाड़ी के नाम पर किया जाए
कांग्रेस प्रवक्ता ने ये भी कहा कि अगर सरकार खेल रत्न पुरस्कार पर राजनीति नहीं कर रही है और सच में खिलाड़ियों का सम्मान करती है तो सबसे पहले सरकार को अपने नेताओं के नाम पर बनाए गए सभी स्टेडियमों का नाम बदलकर देश के बड़े खिलाड़ियों के नाम पर करना चाहिए, वरना ये साफ है कि सरकार मेजर ध्यानचंद के महान नाम की आड़ में सिर्फ राजनीति कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी को चाहिए कि वो अपने नाम पर बनाए गए स्टेडियम के साथ-साथ अरुण जेटली स्टेडियम का नाम भी सचिन तेंदुलकर जैसे देश के किसी महान खिलाड़ी के नाम पर करें.
दिग्विजय सिंह का व्यंग्य
राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी को स्वयं से इतना प्रेम है कि वह किसी और को बर्दाश्त नहीं कर सकते. हमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन ऐसा है कि राजीव गांधी ने भी प्रधानमंत्री के रूप में खेल को बढ़ावा दिया था और ध्यानचंद जी के नाम से स्टेडियम भी रखा गया था. पहले ही नामकरण किया गया था. हॉकी के लिए मेजर ध्यानचंद हमारे लिए एक आदर्श रहे हैं. हमें इसमें आपत्ति नहीं है. लेकिन नरेंद्र मोदी इसे खुद के ही नाम पर ही रख लेते तो खुद उन्हें अच्छा लगता.
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने पर कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि यह घटिया किस्म की राजनीति है. राजीव गांधी इस देश के लिए शहीद हुए हैं. लोगों के दिल में उनका नाम है. ध्यानचंद के लिए और बाकी लोगों के लिए नए अवार्ड शुरू किए जाने चाहिए थे.
गौतम गंभीर ने किया फैसले का स्वागत
पहले क्रिकेटर और अब बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि मेजर ध्यानचंद को तो भारत रत्न मिलना चाहिए था. अभी जो खेल रत्न अवार्ड उनके नाम पर किया गया है यह तो बहुत ही अच्छा फैसला है. आप चाहे सारे अवार्ड के नाम नेताओं के नाम पर कर दीजिए लेकिन खेलों के अवार्ड खिलाड़ियों के ही नाम पर होने चाहिए.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर दी थी जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि 'देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए. लोगों की भावनाओं को देखते हुए इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है. जय हिंद!'
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