Congress Crowd Funding Campaign: महाराष्ट्र के नागपुर में कांग्रेस ने अपने स्थापना दिवस के मौके पर डोनेशन फॉर देश के अन्तर्गत पार्टी के लिए चंदा मांगा. एक समय था, जब कांग्रेस देश में सबसे अमीर पार्टी थी लेकिन 2014 में सत्ता जाने के बाद पार्टी के कोष में लगातार गिरावट देखी गई है. 


कांग्रेस की स्थापना को 138 साल पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर आजादी के बाद 60 साल से ज्यादा समय तक सत्ता का आनंद लेने वाली कांग्रेस ने 'डोनेट फॉर देश' अभियान के तहत क्राउड फंडिंग शुरू की है. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले देश की जनता से जुड़ने के लिए ऑनलाइन डोनेशन लेने का अभियान शुरू किया गया है. 


कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कांग्रेस की 138वीं सालगिरह पर लोगों से 138 रुपये, 1,380 रुपये, 13 हजार 800 रुपये या इससे दस गुना अधिक राशि दान करने की अपील की है. कांग्रेस ने ऑनलाइन दान करने के तरीके पर एक वीडियो भी जारी किया.


कांग्रेस ने जुटाए 5 करोड़ 35 लाख रुपये
गौरतलब है कि 'डोनेट फॉर देश' अभियान के तहत कांग्रेस को 18 दिसंबर से 25 दिसंबर तक यानी 8 दिनों में देशभर से 5 करोड़ 35 लाख रुपये से ज्यादा का चंदा मिल चुका है. कांग्रेस को सबसे ज्यादा चंदा महाराष्ट्र से मिला है. 


महाराष्ट्र से कांग्रेस को 82 लाख का चंदा मिला है और दूसरे नंबर पर राजस्थान से 57 लाख से ज्यादा का चंदा मिला है. उसके बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली से डोनेशन मिला है. वहीं, कर्नाटक और तेलंगाना से इस लिस्ट में छठे और सातवें नंबर पर हैं.


2014 के बाद सत्ता से दूर होने के कारण कांग्रेस के राजस्व में 29 फीसदी की कमी आई है. जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के पास विभिन्न विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए वित्तीय संसाधनों की कमी है.


2011 में सबसे अमीर पार्टी थी कांग्रेस
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2007 से 2011 के बीच कांग्रेस 1495 करोड़ 35 लाख रुपए के साथ देश की सबसे अमीर पार्टी थी, जबकि बीजेपी 769 करोड़ 81 लाख रुपए के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी. बीजेपी जो बेहद कमजोर थी. उसे प्रमोद महाजन की पहल पर कॉर्पोरेट टच मिल गया और जब पार्टी सत्ता में आई तो उसकी संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई. सिर्फ कांग्रेस-बीजेपी ही नहीं, बल्कि एडीआर ने अन्य पार्टियों के आंकड़े भी जारी किए.


2021-22 में किस पार्टी के पास कितना फंड?
आंकड़ों के मुताबिक 2021-22 में कांग्रेस के पास कुल 805 करोड़ 68 लाख रुपये की संपत्ति थी, जबकि बीजेपी के संपत्ति 6046 करोड़ 81 लाख रुपये पहुंच गई. एडीआर के 2021-22 के आंकड़ों के मुताबिक मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पास 735 करोड़ 80 लाख, समाजवादी पार्टी के पास 568 करोड़ 40 लाख, तृणमूल कांग्रेस के पास 458 करोड़ 10 लाख, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास 74 करोड़ 53 लाख की संपत्ति थी. ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, मायावती की बहुजन समाज पार्टी एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जिसकी संपत्ति में गिरावट आई है. 


कुल मिलाकर कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले 'डोनेट फॉर देश' के जरिए पार्टी के लिए फंड जुटाने की तैयारी शुरू कर दी है. जहां एक तरफ कांग्रेस देश के लिए चंदा मांग रही है, वहीं बीजेपी ने इसकी आलोचना की है. भगवा पार्टी का कहना है कि कांग्रेस देश के लिए नहीं बल्कि वंशवाद के लिए चंदा मांग रही है. 


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