नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इंटरव्यू पर शुरू हुआ विवाद अब चुनाव आयोग के दरवाजे पर पहुंच गया है. आज बीजेपी की शिकायत पर चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस जारी किया और इंटरव्यू दिखाने वाले चैनलों के खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया.


चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर कांग्रेस के बड़े नेता अशोक गहलोत की अगुवाई में चुनाव आयोग पहुचे. चुनाव आयोग में कांग्रेस ने मीडिया को दबाने और दोहरे मापदंड अपनाने ती बात कही.


सबसे पहली एफआईआर प्रधानमंत्री के खिलाफ हो: कांग्रेस
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''हम चुनाव आयोग से कहने आए हैं कि 2014 में चुनाव से एक दिन पहले मोदी जी ने कई चैनलों को इंटरव्यू दिया कोई कार्रवाई नहीं हुई. मोदी जी ने वोटिंग के दिन पार्टी का सिंबल तक दिखाया कोई कार्रवाई नहीं हुई. पहले चरण के चुनाव के बाद वित्त मंत्री और दूसरे नेता घोषणापत्र जारी करते हैं कोई कार्रवाई नहीं होती. आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं, कोई कार्रवाई नहीं होती. रेलमंत्री पीयूष गोयल ने दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की, कोई कार्रवाई नहीं हुई. प्रधानमंत्री ने आज फिक्की में एक राजनीतिक भाषण दिया, अपने ही एक एप को प्रमोट किया, कोई कार्रवाई नहीं हुई.''


सुरजेवाला ने कहा, ''अगर चुनाव आयोग के मापदंड समान हैं तो फिर कार्रवाई अलग-अलग क्यों. अगर मापदंड समान हैं तो सबसे पहली एफआईआर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ, वित्त मंत्री जेटली के खिलाफ, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ होनी चाहिए. सिर्फ प्रेस की आवाज को नहीं दबाना चाहिए.''


चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से जवाब देने को कहा
केंद्रीय चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को इंटरव्यू के लिए नोटिस जारी किया है. आयोग ने राहुल से जवाब मांगा कि क्यों ना उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के मामले के तहत कार्रवाई की जाए? राहुल गांधी को 18 दिसंबर को शाम पांच बजे तक जवाब देना होगा. अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक डेलिगेशन रात 9.30 बजे चुनाव आयोग जाएगा. यहां पढ़ें पूरी खबर


इंटरव्यू दिखाने वाले चैनलों पर एफआईआर
गुजरात चुनाव में दूसरे चरण की वोटिंग से एक दिन पहले कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी का इंटरव्यू दिखाने पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है. आयोग इंटरव्यू दिखाने को आचार संहिता का उल्लंघन माना है. चुनाव आयोग ने इंटरव्यू दिखाने वालों चैनलों के खिलाफ एफआईआर का भी आदेश दिया है. आयोग ने आगे इंटरव्यू दिखाने पर भी रोक लगा दी है. यहां पढ़ें पूरी खबर


बीजेपी ने की थी आयोग से शिकायत
बीजेपी ने इंटरव्यू दिखाने पर आयोग में आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत की थी. बीजेपी की ओर से रेल मंत्री पीयूष गोयल सामने आए. उन्होंने कहा, ''जहां तक हमें आचार सहिंता की समझ है चुनाव के 48 घंटे के भीतर इंटरव्यू नहीं दे सकते. चुनाव आयोग से भी हमें यही जानकारी मिली है कि कल शाम से इंटरव्यू देने की इजाजत नहीं थी. कांग्रेस के लोग शायद घबराए हुए हैं, उन्हें लग रहा है कि मामला बिगड़ रहा है. उन्हें डर लग रहा है कि बीजेपी 150 से ज्यादा सीट जीत जाएगी, इसी के कारण वे आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं. इसका जवाब शायद राहुल गांधी ही दे पाएंगे.''


कांग्रेस ने किया पलटवार, मोदी ने भी दिया था इंटरव्यू- कांग्रेस
बीजेपी के आरोप के बाद कांग्रेस ने पलटवार किया. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''अगर चुनाव में वोट पड़ने से एक दिन पहले इंटरव्यू चलाना गैरकानूनी और असंवैधानिक है तो 2014 के चुनाव से ठीक एक दिन पहले मोदी जी ने एक भक्त चैनल को इंटरव्यू क्यों दिया था?''


क्या है पूरा मामला?
गुजरात में चुनाव प्रचार खत्म कर दिल्ली लौटे कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने क्षेत्रीय चैनलों को इंटरव्यू दिया था. बीजेपी की शिकायत पर चुनाव आयोग ने इंटरव्यू को लेकर सख्त रुख दिखाया. चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के इंटरव्यू को दिखाना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है. चुनाव आयोग ने इंटरव्यू दिखाने वाले चैनलों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. राहुल गांधी का इंटरव्यू दिखाने पर रोक भी लगा दी गई है. पूरा इंटरव्यू यहां पढ़ें

इंटरव्यू में क्या बोले राहुल गांधी?


प्रधानमंत्री कुछ भी बोलें, हम गलत नहीं बोलेंगे- राहुल गांधी