महंगाई के मुद्दे पर दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की रैली को इजाजत नहीं मिली. कांग्रेस ने 12 दिसंबर को दिल्ली के द्वारका में महंगाई हटाओ, देश बचाओ रैली का एलान किया था. इसकी तैयारी जोरो-शोरों से की जा रही थी. कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे को लेकर दिसंबर के दूसरे हफ्ते में अपने दो हफ्ते चले जन जागरण अभियान को खत्म करने के लिए मेगा रैली का ऐलान किया था. फिलहाल रैली के लिए इजाजत ना मिलने को लेकर कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
बता दें कि सोमवार को पार्टी के महासचिवों की बैठक हुई थी. इसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ और अन्य पार्टी नेता शामिल हुए थे. इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन शामिल हुए थे. इस बैठक में यूपी इंचार्ज और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी शामिल नहीं हुई थीं.
बता दें कि 14 नवंबर को पार्टी ने महंगाई को लेकर दो हफ्ते का जन जागरण अभियान शुरू किया था. पार्टी ने इसे आगामी यूपी, गोवा, पंजाब, मणिपुर और उत्तराखंड चुनावों में मुद्दा बनाने की योजना बनाई है. पिछले महीने जब 14 राज्यों के उपचुनावों की 30 विधानसभा सीटों पर बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था, उसके बाद केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये की एक्साइज ड्यूटी घटाई थी. इसके बाद कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा था कि बीजेपी तभी जनता को राहत देती है, जब वह चुनाव हारती है.
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