Mamata Banerjee on Congress Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल से गुजरेगी. पार्टी सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में वह गुरुवार (25 जनवरी, 2024) को सूबे में प्रवेश करेगी मगर इस बात से सूबे की सीएम ममता बनर्जी बेखबर थीं. यह दावा उन्होंने बुधवार (24 जनवरी, 2024) को राज्य में अकेले चुनाव लड़ने से जुड़े ऐलान के दौरान किया. 


सीएम बनर्जी का आरोप है कि शिष्टाचार के तौर पर भी उन्हें यह नहीं बताया गया कि न्याय यात्रा बंगाल में प्रवेश कर रही है. वह इस बाबत बोलीं, "मैं इंडिया गठबंधन का हिस्सा हूं. राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है लेकिन हमें इसके बारे में सूचित नहीं किया गया है."


BJP को अपने दम पर हराएंगे, अलग लड़ने का कारण भी बताया
टीएमसी चीफ ने बुधवार को बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने से जुड़ी घोषण की और कहा- कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रही है. राहुल की यात्रा के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई. न ही हमसे कोई चर्चा की गई. जब हम (टीएमसी) गठबंधन में हैं तो मुझे इस बारे में जानकारी होनी चाहिए थी. मुझे बताया जाना चाहिए था. चूंकि, गठबंधन को दिए मेरे सारे प्रस्ताव ठुकरा दिए गए इसलिए मेरी पार्टी बंगाल में अकेले लड़ेगी. हम बीजेपी को हराने में सक्षम हैं और उसे हराकर दिखाएंगे.


Mamata Banerjee लगा चुकी हैं यह आरोप


वैसे, मुख्यमंत्री ममता गठबंधन को लेकर पहले भी कांग्रेस पर खुद को अपमानित करने का आरोप लगा चुकी हैं. 22 जनवरी को जब पूरे देश में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाया जा रहा था तब उन्होंने कोलकाता में सद्भावना रैली का नेतृत्व किया था. पार्क सर्कस इलाके में रैली के समापन पर उन्होंने कहा था कि गठबंधन का नाम "इंडिया" मैंने ही दिया था लेकिन हमें ही अब बैठक में कोई सम्मान नहीं मिलता.


उन्होंने आगे वाम दलों पर भी निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि वे गठबंधन के एजेंडे को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं. जिस पार्टी (वाम मोर्चा) के खिलाफ 34 सालों तक उन्होंने (ममता) संघर्ष किया है उनका नियंत्रण वह स्वीकार नहीं कर सकतीं. ममता बनर्जी के इस बयान के बाद से ही इस बात के संकेत मिल गए थे कि इंडिया गठबंधन में ऑल इज वेल नहीं है.


Rahul Gandhi की न्याय यात्रा का बंगाल में क्या है प्लान?


राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा फिलहाल असम में है. 25 जनवरी को यह कूचबिहार जिले से पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेगी. यह यात्रा 27 जनवरी को बिहार पहुंचने से पहले पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग से होकर गुजरेगी. यह 30 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और 31 जनवरी को राज्य छोड़ने से पहले कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले मालदा और मुर्शिदाबाद से होकर गुजरेगी.


ये भी पढ़ें:मणिपुरः असम राइफल्स के जवान ने छह गैर-मणिपुरी सहयोगियों पर की ओपन फायरिंग, फिर खुद को गोली से उड़ाया