Congress in Action: कांग्रेस 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले खुद को फिर से खड़ा करने के लिए तमाम बैठकें कर रही है. इसी कड़ी में आज कांग्रेस वॉर रूम में राष्ट्रीय अनुशासन समिति की बैठक चल रही है. इस बैठक में ए.के. एंटनी, तारिक अनवर, जे.पी. अग्रवाल, जी. परमेश्वर व कुछ अन्य नेता मौजूद हैं. इस मीटिंग में पार्टी विरोधी गतिविधियों के मामले में सुनील जाखड़ और केवी थॉमस जैसे वरिष्ठ नेता पर निलंबन की कार्रवाई हो सकती है. बता दें कि जाखड़ पर पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने का आरोप है, जबकि थॉमस ने सीपीएम के सेमिनार में हिस्सा लिया था. शिकायत के बाद थॉमस ने पार्टी को अपनी सफाई भेजी थी, जबकि जाखड़ ने कारण बताओ नोटिस का जवाब तक नहीं दिया था.


सुनील जाखड़ के खिलाफ कार्रवाई लगभग तय 


इस बैठक में पंजाब से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ का निलंबन तय माना जा रहा है. दरअसल वह कई बार पार्टी के खिलाफ बोल चुके हैं. पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें हटाकर जब नवजोत सिंह सिद्दू को पंजाब की जिम्मेदारी दी गई थी, तब से वह पार्टी के खिलाफ बोल रहे हैं. यही नहीं, सुनील जाखड़ कई बार पार्टी आलाकमान के खिलाफ भी बोल चुके हैं. 


क्यों नाराज हैं थॉमस


वहीं केरल कांग्रेस के नेता के. वी. थॉमस पिछले दिनों सीपीआई के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इस संबंध में पार्टी ने जब नोटिस भेजा तो उन्होंने इसका जवाब भी दिया. हालांकि समय समय पर उनका सीपीएम से प्रेम दिखता रहा है. इस घटना के बाद से पार्टी ने भी थॉमस से दूरी बना ली है. इसी वजह से उन्हें केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी की बैठक में भी नहीं बुलाया गया. इस पर उन्होंने कहा था कि राजनीतिक मामलों की बैठक में नहीं बुलाया जाना उन्हें पार्टी से बाहर किए जाने वाला कदम है. उन्होंने ये भी कहा कि उनका सीपीआई की बैठक में जाना गलत नहीं है, क्योंकि 2024 के आम चुनाव में पार्टी केरल में अकेले भाकपा का मुकाबला नहीं कर सकती है. इसलिए पार्टी को माकपा से जुड़ना चाहिए.


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