नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में दो दिग्गजों के बीच मची आंतरिक कलह का हल पार्टी ने ढूंढ लिया है. 'झगड़ा' सुलझाने के लिए बनायी गए पैनल के सदस्य हरीश रावत ने कहा है कि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने रहेंगे लेकिन प्रदेश अध्यक्ष बदला जाएगा. इसके साथ ही कैबिनेट में भी फेरबदल होगा. 


अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक हरीश रावत ने कहा कि अगले दो तीन दिन में पंजाब में बदलाव होंगे. हरीश रावत ने अखबार से बात करते हुए कहा, ''पंजाब में पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा और कैबिनेट में नए चेहरे शामिल होंगे.''


उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री में कोई बदलाव नहीं होगा, किसी ने इसकी मांग नहीं की. लोगों के बीच कुछ मुद्दे थे, यह सभी हल हो गए हैं. इसके साथ ही पार्टी ने कई बिंदुओं पर विचार किया. पार्टी को सही व्यक्ति को सही जिम्मेदारी देनी है.''


चुनाव के पहले कैप्टन के सामने सिद्धू की गुगली, पार्टी में खलबली
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अगले साल चुनाव में जाना है, इससे पहले पार्टी में आंतरिक कलह उनके लिए सिर दर्द बनकर आयी. उन्हें दो बार चंडीगढ़ से दिल्ली का चक्कर लगाना पड़ा. वहीं दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू ने भी कैप्टन के खिलाफ शीतयुद्ध छेड़ रखा था. सिद्धू लगातार ऐसे ट्वीट कर रहे जिनके निशाने पर अप्रत्यक्ष रूप से सूबे के मुखिया कैप्टन अमरिंदर सिंह थे. हरीश रावत के बयान के बाद माना जा रहा है कि सिद्धू का पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है.


सोनिया से मुलाकात के बाद तैयार हुआ सुलह का रोडमैप
बता दें, कांग्रेस और पंजाब इकाई के बीच कलह के खत्म होने की संभावनाएं तब दिखी जब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. खबरों के मुताबिक डेढ़ घंटे की मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार या कांग्रेस को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष जो भी फैसला करेंगी वो स्वीकारा जाएगा. हम फैसलों को पंजाब में लागू करेंगे.


चुनाव के लिए पार्टी पूरी तरह तैयार- अमरिंदर
अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम पंजाब में चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार हैं. आपको बता दें, इस बैठक में राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन भी शामिल थे.