कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लिए बनाई स्क्रीनिंग कमेटी, अविनाश पांडे होंगे अध्यक्ष
स्क्रीनिंग कमेटी चुनाव के लिए संभावित कैंडिडेट्स का नाम केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजता है. इसके बाद नाम फाइनल किए जाते हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया जिसकी अध्यक्षता पार्टी के पूर्व महासचिव अविनाश पांडे करेंगे. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, देवेंद्र यादव और काजी निजामुद्दीन को इस समिति का सदस्य बनाया गया है.
कांग्रेस के बिहार मामलों के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह इस समिति में पदेन सदस्य होंगे. स्क्रीनिंग कमेटी चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजती है जिसके बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची पर मुहर लगती है. बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित है.
बिहार में कांग्रेस महागठबंधन में शामिल है. इसमें आरजेडी, आरएलएसपी और वीआईपी जैसी पार्टियां शामिल हैं. जीतन राम मांझी की पार्टी भी महागठबंधन का हिस्सा थी लेकिन हाल ही में मांझी इससे अलग हो गए. महागठबंधन में अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. कांग्रेस चाहती है कि समय रहते इसका फैसला हो जाना चाहिए ताकि लोकसभा चुनाव के समय वाला हाल न हो.
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 41 सीटें दी गई थीं और वह 27 सीटों पर जीतने में कामयाब हुई थी. उस समय जेडीयू भी महागठबंधन का हिस्सा थी लेकिन साल 2017 में नीतीश कुमार इससे अलग हो गए और बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना ली.
सीट बंटवारे के अलावा बिहार में महागठबंधन का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर भी सहमति नहीं बनी है. महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी ने तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया हुआ है. लेकिन अभी तक सहयोगी पार्टियों ने महागठबंधन के चेहरे के तौर पर तेजस्वी यादव के नाम पर मुहर नहीं लगाई है.
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