EXCLUSIVE: कांग्रेस सोशल मीडिया सेल उत्पीड़न मामले की शिकायतकर्ता ने कहा, कोर्ट की निगरानी में हो जांच
शिकायतकर्ता ने कहा कि सोशल मीडिया टीम में मेरा काम ट्वीट करना था. लेकिन मेरे साथ लगातार बदतमीजी और छेड़खानी की गई. गलत तरीके से छूने की कोशिश हुई. उन्होंने कहा कि चिराग पटनायक गलत नियत से उनके बेहद नजदीक आने की कोशिश करते थे.
नई दिल्ली: कांग्रेस सोशल मीडिया टीम के एक प्रमुख सदस्य पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली शिकायतकर्ता ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. उन्होंने बताया कि किस तरह उनके साथ कांग्रेस सोशल मीडिया ऑफिस में बदतमीजी की गई और यौन उत्पीड़न किया गया. पुलिस और सोशल मीडिया टीम की आंतरिक जांच से असंतुष्ट शिकायतकर्ता ने कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है.
शिकायकर्ता ने इस टीम की प्रमुख दिव्या स्पंदना पर भी मानसिक तौर पर परेशान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कठुआ और उन्नाव रेप कांड के बाद महिला सुरक्षा पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आधी रात में जो कैंडल मार्च निकाला, वो उसमें शामिल हुई थी. लेकिन जब उन्होंने अपनी पीड़ा के बारे में राहुल गांधी के ऑफिस में ईमेल के जरिए जानकारी दी तो उसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
कांग्रेस सोशल मीडिया हेड दिव्या स्पंदना पर लगाए ये आरोप शिकायतकर्ता ने कहा कि सोशल मीडिया टीम में मेरा काम ट्वीट करना था. लेकिन मेरे साथ लगातार बदतमीजी और छेड़खानी की गई. गलत तरीके से छूने की कोशिश हुई. उन्होंने कहा कि चिराग पटनायक गलत नियत से उनके बेहद नजदीक आने की कोशिश करते थे. उन्होंने कहा कि ऐसा वही करता है जिसे कुछ बिगड़ने का डर नहीं होता. शायद यही वजह है कि कब इसकी शिकायत टीम की प्रमुख दिव्या स्पंदना से की तो उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टे मानसिक तौर पर परेशान किया. इन्हीं वजहों से इस्तीफा दिया. सोशल मीडिया ऑफिस काम करने लायक जगह नहीं थी. इस्तीफे में ऐसी बात नहीं लिखी क्योंकि इसका कोई फायदा नहीं था. लेकिन सही तरीके से जांच हो तो सच्चाई सीसीटीवी कैमरे से सामने आ जाएगी.
खुशी से करती थी काम, लेकिन... शिकायतकर्ता ने कहा कि वो अपना काम खुशी से करती थी. जिम्मेदारी से लगाव था. उन्होंने कहा कि ये बात मेरे लिए खुशनसीबी की थी कि मैं कांग्रेस सोशल मीडिया के लिए काम करती थी. लेकिन हालात अजीबोगरीब बन गए. उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत मीडिया में आने के बाद एक आंतरिक जांच कमिटी बनाई गई है. लेकिन उनमें एक सदस्य दिव्या स्पंदना है जिन पर उन्होंने आरोप लगाया है. इसके अलावा अन्य दो सदस्य आरोपी को दस्तखत कर क्लीनचिट दे चुके हैं. ऐसे में जांच के नाम पर एक मजाक किया जा रहा है. दूसरी तरफ पुलिस ने भी जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया है. इसलिए वो कोर्ट की निगरानी में जांच चाहती हैं.
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ये मामला जब सामने आया तो दिव्या स्पंदना ने ट्वीट कर जांच की बात कही थी. साथ ही टीम में काम कर रहे 30 से ज्यादा लोगों के दस्तखत साझा किए थे जो आरोपी के समर्थन में थे. शिकायतकर्ता ने कहा कि जिन लोगों ने दस्तखत किया, वो उन्होंने किस हालात में किया होगा वो मैं समझ सकती हूं.
शिकायतकर्ता ने कहा कि वो काफी परेशानी भरे दौर से गुजर रही हैं और काफी अकेला महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस में शिकायत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ऑफिस में भी उन्होंने शिकायत की लेकिन अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया. उन्होंने कहा कि वो चाहेंगी कि राहुल गांधी इस मामले में दखल दें और निष्पक्ष जांच हो. शिकायकर्ता ने कहा कि वो इससे पहले भी कुछ वक्त के लिए सोशल मीडिया टीम और फिर रिसर्च टीम में काम कर चुकी हैं. कांग्रेस की सदस्य नहीं हैं, लेकिन विचारधारा पर भरोसा है. उन्होंने कहा कि ये मेरी और पार्टी की लड़ाई नहीं है बल्कि प्रताड़ित करने वालों के खिलाफ न्याय की लड़ाई है.
उन्होनें कहा कि कठुआ और उन्नाव के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आधी रात को इंडिया गेट पर जो कैंडल मार्च निकाला था, उसमें शामिल हुई थी. लेकिन बहुत दुख हुआ कि किसी ने मेरी शिकायत का संज्ञान नहीं लिया. किसी ने साथ नहीं दिया इससे निराशा हुई. मैं अकेला महसूस कर रही हूं. हालांकि न्याय की पूरी उम्मीद है.
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