Congress Foundation Day 2023: कांग्रेस गुरुवार (28 दिसंबर) को अपना 139वां स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी महाराष्ट्र के नागपुर में एक रैली को संबोधित करने वाले हैं. नागपुर में होने वाली 'हैं तैयार हम' नाम की महारैली के साथ कांग्रेस 2024 लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी. इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे समेत पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल होने वाले हैं. 


स्थापना दिवस को लेकर नागपुर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. पार्टी ने इस कार्यक्रम के लिए एक ‘हैं तैयार हम’ का स्लोगन भी तैयार किया है, जो पार्टी नेताओं का हौसला बढ़ाएगा. कांग्रेस राज्य के सभी मुख्यमंत्री भी रैली में मौजूद रहने वाले हैं. इस महारैली को बड़ा बनाने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के अवसर पर आज सुबह 9.30 बजे एआईसीसी मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ध्वजारोहण भी करने वाले हैं. 


बदलाव का संदेश देना है मकसद: नाना पटोले


महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा है कि पार्टी का मकसद बदलाव का संदेश देना है, ताकि बीजेपी को केंद्र से हटाया जा सके. ये देश के लोगों के लिए ऐतिहासिक मौका होने वाला है. उन्होंने कहा कि देश ने जब भी मुसीबतों का सामना किया है, तब कांग्रेस पार्टी आगे आई है और देश में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. कांग्रेस के स्थापना दिवस पर नागपुर में बीजेपी की अत्याचारी और अहंकारी सरकार को गिराने का संकल्प लेकर बदलाव का संदेश दिया जाएगा.


आरएसएस के गढ़ में हो रही महारैली


कांग्रेस की ये महारैली काफी मायने रखती है, क्योंकि ये नागपुर में आयोजित हो रही है, जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय स्थित है. कांग्रेस ने बार-बार बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात कही है. पार्टी नेताओं का कहना है कि 'हैं तैयार हम' महारैली में लाखों लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता हिस्सा लेने वाले हैं. नागपुर से कांग्रेस विधायक नितिन राउत ने कहा कि अगले साल होने वाले चुनाव के लिए पार्टी राजनीतिक बिगुल बजाएगी.


लोकसभा चुनाव की बनेगी रणनीति


वहीं, नागपुर में महारैली के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी महासचिवों और सभी प्रदेश प्रभारियों के साथ बैठक भी करेंगे. इस बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन किया जाएगा. कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती उत्तर भारत के राज्यों में जीत हासिल करना है, जिस पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है. पार्टी सीटों के बंटवारे को लेकर यूपी, बिहार जैसे राज्यों के क्षेत्रीय दलों के साथ बातचीत कर रही है. 


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