कांग्रेस ने अपने दोनों कद्दावर नेताओं अहमद पटेल और तरुण गोगोई को दी अंतिम विदाई
कांग्रेस ने अपने दो कद्दावर नेताओं अहमद पटेल और तरुण गोगोई को अंतिम विदाई दी. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दोनों नेताओं को अंतिम विदाई देने के लिए पिरमण और गुवाहाटी में जुटे.
भरूचः कांग्रेस ने बीते बृहस्पतिवार को अपने दो कद्दावर नेताओं अहमद पटेल और तरुण गोगोई को अंतिम विदाई दी जो तमाम उतार-चढ़ाव के दौरान हमेशा पार्टी के लिए मजबूती से खड़े रहे. दोनों नेताओं का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण निधन हो गया.
हर कठिन घड़ी में कांग्रेस के संकटमोचक रहे पटेल का बुधवार को गुरुग्राम में एक अस्पताल में निधन हो गया और उन्हें गुजरात के भरूच जिले के उनके गांव पिरमण में बृहस्पतिवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. असम के पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई का सोमवार को निधन हो गया था और गुवाहाटी में उनका अंतिम संस्कार किया गया.
पटेल 71 साल के और गोगोई 84 वर्ष के थे. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दोनों नेताओं को अंतिम विदाई देने के लिए पिरमण और गुवाहाटी में जुटे. दोनों नेताओं को गांधी परिवार का वफादार माना जाता था और पार्टी के प्रति निष्ठा कभी उनकी कम नहीं हुई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी के अहम रणनीतिकार और संकटमोचक रहे पटेल के अंतिम संस्कार में शिरकत की. पटेल के पार्थिव शरीर को वडोदरा से पिरमण लाया गया था. इसके बाद सैकड़ों स्थानीय और कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में पटेल को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
उधर, असम के गुवाहाटी के नवग्रह श्मसान घाट में तरुण गोगोई का अंतिम संस्कार किया गया. मंत्रोच्चार, असम पुलिस की ओर से बंदूकों की सलामी और बैंड की धुनों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को उनके पुत्र गौरव गोगोई ने मुखाग्नि दी.
मुखाग्नि के समय गौरव पारंपरिक चेलेंग सदर (शॉल) और धोती पहने हुए थे और मुंह पर मास्क लगाए हुए थे. गौरव के मुखाग्नि देने के पहले गोगोई की पत्नी डॉली, बेटी चंद्रिमा, पुत्रवधू एलिजाबेथ और परिवार के अन्य सदस्यों ने चिता पर चंदन की लकड़ियां रखी. असम के तीन बार मुख्यमंत्री, दो बार केंद्रीय मंत्री और छह बार लोकसभा सदस्य रहे तरुण गोगोई का 84 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया. वह कोविड-19 के बाद स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से जूझ रहे थे.
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