Jairam Ramesh On Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध और दोनों सदनों से विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर है. पार्टी ने संसद के दोनों सदनों से विपक्षी दलों के 141 सांसदों के निलंबन को लेकर बुधवार (20 दिसंबर) को सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सवाल किया कि सुरक्षा चूक के मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद प्रताप सिम्हा से अब तक पूछताछ क्यों नहीं की गई? प्रताप सिम्हा पर आरोप है कि उन्होंने संसद में हंगामा खड़ा करने वाले दोनों आरोपियों को संसद में प्रवेश दिलाने में मदद की थी।’’
बीजेपी सांसद से क्यों नहीं हुई पूछताछ?
जयराम रमेश ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘लोकसभा में हुई बेहद गंभीर सुरक्षा चूक की घटना को ठीक एक सप्ताह हो चुका है. उस खतरनाक घटना ने पूरे देश को चौंका दिया.’’ उन्होंने कहा,‘‘ प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष का कहना है कि मामले की जांच शुरू हो गयी है. ठीक है, लेकिन ऐसा क्यों है कि सात दिन के बाद भी बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा, जिन्होंने लोकसभा में दो आरोपियों को प्रवेश दिलाने में मदद की, उनसे अभी तक पूछताछ नहीं की गई है?’’
'आरोपियों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज'
रमेश ने कहा कि यह बहुत ही विचित्र स्थिति है क्योंकि आरोपियों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए ( गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा, 'इस बीच 13 दिसंबर की घटना पर संसद में गृहमंत्री के बयान की सीधी, सरल और पूरी तरह से वैध मांग करने पर 'इंडिया' गठबंधन के 142 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है.’’
विपक्ष के 141 सांसदों को किया गया है सस्पेंड
सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के आरोप में पिछले कुछ दिनों के भीतर 141 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में मंगलवार (19 दिसंबर) को 49 लोकसभा सदस्यों को निलंबित कर दिया गया. विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे हैं. संसद का शीतकालीन सत्र फिलहाल चल रहा है जो 22 दिसंबर तक जारी रहने वाला है. इसी दौरान विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है.
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