कोरोना की दूसरी लहर के चलते आज देश की स्थिति भयावह बनी हुई है. हालांकि, अब देश के कई राज्यों में कोरोना की रफ्तार कम हो चुकी है लेकिन खतरा अब भी बना हुआ है. इस बीच, केन्द्र और राज्य दोनों की कोशिश जल्द से जल्द वैक्सीनेशन प्रोग्राम को तेज कर इसे पूरा करने की है.
प्रियंका का केन्द्र से सवाल
इधर, वैक्सीन की किल्लत को दूर करने के लिए सरकार की तरफ से फाइजर, मॉडर्ना और अन्य कंपनियों के साथ भी लगातार बातचीत चल रही है. इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वैक्सीन को लेकर लेकर अन्य देशों कि निर्भरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
प्रियंका गांधी ने गुरूवार को ट्वीट करते हुए पूछा है, “क्यों दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्यातकों में से एक भारत आज अपने लोगों की वैक्सीनेशन के लिए दूसरे देशों में पर निर्भर होकर रह गया है?”
वैक्सीन का बढ़ाया जा रहा प्रोडक्शन
भारत के लोगों में जहां भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनिका के सहयोग से तैयार की जा रही कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जा रही है तो वहीं रूस की स्पूतनिक-V वैक्सीन का संयुक्त उत्पादन भारत के हैदराबाद स्थित डॉक्टर रेड्डी लैब की ओर से संयुक्त रूप शुरू हो चुका है. इस बीच रूसी वैक्सीन की भारत में पहुंच चुकी है और अपोलो अस्पताल की तरफ से यह कहा गया है कि जून के दूसरे हफ्ते में यह आम लोगों के लिए बाजार में आ जाएगी.