मार्च 2016 में माल्या-जेटली मुलाकात पर कांग्रेस ने उठाए थे सवाल, सरकार ने नहीं दिया जवाब
बीजेपी और सरकार अभी भी डिनायल मोड में है. जिस मुलाकात से जेटली इनकार नहीं कर रहे हैं उस मुलाकात को बीजेपी नेता मुलाकात ही नहीं मान रहे हैं.
नई दिल्ली: बैंकों का 9 हजार करोड़ लेकर भागे लंदन से विजय माल्या ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को फंसाने का जाल फेंका है कि लंदन जाने से पहले वो वित्त मंत्री से मिला था. माल्या ने दावा किया है कि उसने बैंकों से सेटलमेंट को लेकर बात की थी. माल्या के दावे के बाद मिलने से जेटली भी इनकार नहीं कर रहे हैं. बैंकों के सेटलमेंट पर बात होने से भी इनकार नहीं कर रहे हैं. माल्या के विदेश भागने बाद कांग्रेस ने मार्च 2016 में भी इस मुलाकात का मुद्दा उठाया था.
सुरजेवाला ने मार्च में कही थी 'यही बात' एबीपी न्यूज ने अपनी लाइब्रेरी से 14 मार्च 2016 को कांग्रेस के हंगामे और सुरजेवाला के बयान की वीडियो क्लिप निकाली है. रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार से पांच सवाल पूछे जिसमें दूसरा सवाल था कि क्या देश से भागने से पहले जेटली और माल्या की मुलाकात हुई.
सुरजेवाला ने अपने बयान में कहा था, ''क्या दो मार्च 2016 को देश छोड़कर जाने से पहले माननीय अरुण जेटली साहब से विजय माल्या मिले और बातचीत की. क्या अरुण जेटली ने इस बातचीत और मसौदे की चर्चा प्रधानमंत्री मोदी से की. क्या सरकार इस सरकार इस बातचीत का मसौदा संसद औऱ देश से साझा करेगी?''
कांग्रेस ने राज्यसभा में भी उठाया था मुद्दा माल्या आज जो आज कर रहा है कि उसे को लेकर कांग्रेस ने मार्च 2016 में संसद में सवाल उठाए थे. सरकार से सवाल पूछा था. आरोप लगाए थे कि जेटली से मिलकर माल्या देश से भागा था. कांग्रेस के इस प्रदर्शन में सांसद प्रमोद तिवारी ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था. आज एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा बीजेपी की सरकार देश से भागने वालों के लिए एजेंट का काम कर रही है.''