इन दिनों देश की सबसे पुरानी विपक्षी पार्टी में काफी अंदरूनी उथल पुथल मची हुई है. पिछले महीने पांच राज्यों में चुनाव में हार के बाद से जहां केंद्रीय नेतृत्व को लेकर सवाल उठ रहे हैं तो वहीं राज्यों में उनकी पार्टी के नेता अपने ही शीर्ष नेतृत्व की बात नहीं मान रहे हैं. हाल में कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं सुनील जाखड़ और केवी थॉमस के खिलाफ पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ और केवी थॉमस पर पार्टी सख्त कार्रवाई के मूड में नजर आ रही है. अनुशासनहीनता की शिकायत पर दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक हफ्ते में जवाब देने को कहा गया था. जहां केवी थॉमस ने पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति को अपनी सफाई भेजी है वहीं सुनील जाखड़ ने जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा है.
छह सालों तक निष्काषित किये जा सकते हैं नेता
सूत्रों के मुताबिक पार्टी में कड़ा संदेश देने के लिए इन नेताओं को छह सालों तक के लिए निष्काषित किया जा सकता है.नोटिस की मियाद पूरी होने पर कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य तारिक अनवर ने बताया कि केवी थॉमस की चिट्ठी आई है लेकिन सुनील जाखड़ का जवाब नहीं आया है. जल्द ही अनुशासन समिति की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें इन नेताओं पर कार्रवाई करने पर फैसला लिया जाएगा.
सुनील जाखड़ पर है पार्टी विरोधी बयानबाजी का आरोप
तारीक अनवर ने बताया कि वरिष्ठ नेता एके एंटनी कांग्रेस की केंद्रीय अनुशासन समिति के प्रमुख हैं. वहीं पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ पर पार्टी विरोधी बयानबाजी का आरोप है. केरल से आने वाले पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री केवी थॉमस ने सीपीएम द्वारा आयोजित सेमिनार में हिस्सा लिया था जबकि पार्टी ने उन्हें इसके मना किया था. इसके बाद उनके खिलाफ शिकायत की गई थी.