कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने असम-मिजोरम सीमा पर हिंसा को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि, इस तरह की लगातार घटनाओं से बीजेपी ने हमारे देश में लोकतंत्र की मौत को न्योता दिया है.


अभिषेक बनर्जी ने घटना के बारे में ट्वीट किया, "#AssamMizoramBorder पर हुई निर्मम हिंसा के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना. इस तरह की लगातार घटनाओं से बीजेपी ने हमारे देश में लोकतंत्र की मौत को न्योता दिया है. भारत बेहतर का हकदार है."






वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम-मिजोरम सीमा पर हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने लोगों के जीवन में "घृणा और अविश्वास बोकर" देश को "विफल" किया है और भारत अब इसके "भयानक परिणाम" भुगत रहा है."


अधिकारियों के अनुसार, मिजोरम के साथ राज्य की "संवैधानिक सीमा" की रक्षा करते हुए असम पुलिस के कम से कम पांच कर्मी मारे गए. साथ ही एक एसपी सहित 60 से अधिक लोग घायल हो गए, क्योंकि दो उत्तर-पूर्वी राज्यों के बीच सीमा विवाद एक विवाद में बदल गया. सोमवार को हुआ खूनी संघर्ष.


गांधी ने हिंसा के एक कथित वीडियो को टैग करते हुए ट्वीट किया, "मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना. मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएंगे"






कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, "लोगों के जीवन में नफरत और अविश्वास बोकर गृह मंत्री ने एक बार फिर देश को विफल किया है. भारत अब इसके भयानक परिणाम भुगत रहा है"


ओवैसी ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा


एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मिजोरम-असम सीमा विवाद को लेकर हुई झड़प को लेकर सीधे-सीधे गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि गृह मंत्री ने हाल में नॉर्थ-ईस्ट का दौरा किया था और उनके दौरे के तुरंत बाद इतनी बड़ी घटना कैसे घट गई. मिज़ोरम-असम सीमा पर “अचानक” हिंसा इतनी बढ़ गयी के असम पुलिस के 6 कर्मी शहीद हो गए और कई लोग घायल. 24-25 जुलाई की बात है के वज़ीर-ए-दाखला ने नार्थ-ईस्ट क्षेत्र का दौरा किया था जहां उन्होंने मोदी सरकार की तारीफों के पुल बांधे थे. अमित शाह के दौरे के फौरी बाद इतनी बड़ी घटना कैसे घटी?






असम सरकार ने सोमवार को एक बयान में आरोप लगाया कि मिजोरम पुलिस ने लाइट मशीन गन (एलएमजी) सहित स्वचालित हथियारों के साथ दो प्रमुख उच्च विशेषताओं से अपने अधिकारियों और नागरिकों पर गोलियां चलाईं.


अमित शाह ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा से की बात


हालांकि, मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने दावा किया कि राज्य पुलिस ने असम पुलिस पर "अचानक गोलीबारी करके" जवाब दिया, जब उसके 200 कर्मियों ने सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा तैनात एक ड्यूटी पोस्ट को जबरन पार किया और आगजनी और गोलीबारी की और निहत्थे लोगों पर हमला किया.


बाद में, शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उनके मिजोरम समकक्ष ज़ोरमथांगा से बात की और उनसे विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने और एक सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया.


असम के बराक घाटी जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और ममित के साथ 164 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं. एक क्षेत्रीय विवाद के बाद, इस साल अगस्त 2020 और फरवरी में अंतर-राज्यीय सीमा पर झड़पें हुईं.


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