नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज अर्थव्यवस्था प्रबंधन, आरईसीपी एग्रीमेंट को लेकर और व्हाट्सएप जाजू मामले को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. पार्टी महासचिवों एवं प्रभारियों की बैठक में सोनिया ने यह आरोप भी लगाया कि अर्थव्यवस्था की खराब स्थिति को स्वीकारने और इसे ठीक करने के कदम उठाने के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘सुर्खियां बटोरने एवं आयोजनों के प्रबंधन’ में व्यस्त हैं.
व्हाट्सएप जासूसी मामले पर पहली बार बोलते हुए सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां न सिर्फ गैरकानूनी और असंवैधानिक हैं, बल्कि शर्मनाक भी हैं.
सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘एक नागरिक और जिम्मेदार विपक्ष के सदस्य के तौर पर मुझे भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति देखकर दुख होता है. इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि सरकार इससे मानने को तैयार नहीं है. गंभीर मंदी को स्वीकारने और समग्र समाधान तलाशने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी सुर्खियां बटोरने और आयोजनों में व्यस्त हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के इस रुख की लाखों भारतीय नागरिकों खासकर बेरोजगार युवाओं और किसानों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है.
एशिया-प्रशांत के 16 देशों के साथ प्रस्तावित आरसीईपी समझौते का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘सरकार के कई निर्णयों से अर्थव्यस्था को कम नुकसान नहीं हुआ था कि अब वह आरसीईपी के माध्यम से बड़ा नुकसान पहुंचाने की तैयारी में है. इससे हमारे किसानों, दुकानदारों, छोटे एवं मझले इकाइयों पर गंभीर दुष्परिणाम होंगे.’’
आर्थिक मंदी को लेकर बड़ी रैली करेगी कांग्रेस
कांग्रेस आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, कृषि संकट और क्षेत्रीय समग्र आर्थिक साझेदारी (आरईसीपी) के मुद्दों को लेकर अगले महीने दिल्ली में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विशाल रैली करेगी. रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि रैली की तिथि बाद में तय की जाएगी. सुरजेवाला ने यह भी कहा कि पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक कांग्रेस इन मुद्दों को लेकर आगामी पांच से 15 नवंबर के बीच पहले जिला स्तर और फिर प्रदेश स्तर पर विरोध प्रदर्शनों का आयोजन करेगी.