Congress Jairam Ramesh Attack on PM Narendra Modi: देश में पीएम मोदी की सरकार बनने के बाद से कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के बीच संबंध और कटु हो गए हैं. कांग्रेस मुख्य विपक्ष की भूमिका में है बावजूद इसके ऐसा लगता है कि कांग्रेस और प्रधानमंत्री मोदी सरकार के बीच किसी तरह का जुड़ाव नहीं है. कांग्रेस की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसा तो कांग्रेस के ही एक और नेता की एंट्री हो जाती है और वो भी पीएम मोदी को घेरने की कोशिश करते हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश पीएम नरेंद्र मोदी पर कई बार झूठ के विश्वगुरु कहते हुए तंज कस चुके हैं. हालांकि राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी को कई बार झूठा करार दिया है. जयराम रमेश ने जब पीएम मोदी पर ट्विटर के जरिए तंज कसा तो इसमें एक और कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा शामिल हो गए और उन्होंने भी पीएम मोदी को घेरने के लिए कुछ कड़वे शब्द का इस्तेमाल किया.
जयराम रमेश का पीएम पर तंज
जून महीने की शुरुआत में ही पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ''वेंडेटा के विश्वगुरु ने आज सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के नोटिस के मुद्दे के साथ एक नया निचला स्तर पार किया. यह पूरी तरह से फर्जी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है, जिसमें न तो मनी फ्लो है और न ही कोई लॉन्ड्रिंग. सत्य की जीत होगी. हम चुप नहीं बैठेंगे!"
पवन खेड़ा ने भी पीएम पर किया प्रहार
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश के ट्वीट पर कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने जवाब देते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा. उन्होंने लिखा, 'मुझे यहां स्पेलिंग की एक छोटी सी गलती नजर आ रही है. क्या यह विषगुरु नहीं होना चाहिए?"
जयराम रमेश ने पवन खेड़ा को क्या दिया जवाब?
जयराम रमेश ने तुरंत उनके तर्क को स्वीकार कर लिया और ट्वीट किया, ओह.. हां आप सही हैं. यह मेरी ओर से एक त्रुटि थी. यह विषगुरु होना चाहिए था न कि विश्वगुरु"
पैगंबर विवाद पर भी हमला
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने बीजेपी (BJP) से सस्पेंड प्रवक्ता नुपूर शर्मा (Nupur Sharma) की पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर की गई टिप्पणी को लेकर भी केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया. बता दें कि नुपूर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी के बाद विवाद काफी बढ़ गया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका असर दिख रहा है. खाड़ी देशों ने इस मामले में भारतीय राजदूतों को भी तलब किया.
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