Congress on PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (3 जुलाई) को राज्यसभा पर मणिपुर हिंसा पर बयान दिया. पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर में शांति के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि, अब प्रधानमंत्री के मणिपुर पर दिए बयान को लेकर कांग्रेस महासचिव और सांसद जयराम रमेश ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पीएम को अपनी चुप्पी पहले ही तोड़ देनी चाहिए थी.


जयराम रमेश ने कहा, "पीएम ने अपनी चुप्पी क्यों नहीं तोड़ी. पीएम ने सीएम से मुलाकात क्यों नहीं की? उन्होंने सांसदों-विधायकों से बात क्यों नहीं की. उन्हें अपनी चुप्पी पहले ही तोड़ देनी चाहिए थी. वह अलग-अलग देशों का दौरा करते हैं, लेकिन वह मणिपुर नहीं जा सकते. इससे यह संदेश जाता कि प्रधानमंत्री स्थिति को लेकर चिंतित हैं.''


पीएम मोदी के बयान पर क्या बोले जयराम रमेश


जयराम रमेश ने कहा, "प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में मणिपुर के बारे में जो कहा है वो हकीकत से बिल्कुल उलट है. 3 मई 2023 से मणिपुर जल रहा है. अलग-अलग समुदायों के बीच में तनाव है, हिंसा हुई है. फरवरी, 2022 में भाजपा और उनकी सहयोगी पार्टियों को दो तिहाई से भी अधिक मत मिला था और 15 ही महीनों में मणिपुर जलने लगा. आज तक प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए हैं. आज भी मजबूर होकर उन्हें इस पर बात करनी पड़ी. आज भी मणिपुर के लोग पूछ रहे हैं कि प्रधानमंत्री क्यों नहीं आते हैं."






राष्ट्रपति के अभिभाषण पर उठाए सवाल


कांग्रेस महासचिव ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में मणिपुर का ज्यादा जिक्र नहीं था. 1 जुलाई को इनर मणिपुर के सांसद बिमोल अकोईजाम ने भी कहा कि मणिपुर का जिक्र नहीं किया गया है. यह क्या पाखंड है? 


उन्होंने कहा कि जब विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया तो विपक्ष के नेता को पीएम की ओर से बार-बार बोले जा रहे झूठ का खंडन करने का मौका नहीं दिया गया. जब विपक्ष ने वॉकआउट किया तो पीएम ने मणिपुर के बारे में कुछ शब्द कहे. उन्होंने जो शब्द इस्तेमाल किए, वे हकीकत से अलग थे. आज भी मणिपुर के लोग पूछ रहे हैं कि पीएम मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं. यह पाखंड है.


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