'हिमाचल में फेल हो गए तथाकथित चाणक्य और PM मोदी,' जयराम रमेश ने BJP पर यूं कसा तंज
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश की राजनीति पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल का इस्तेमाल किया गया. 28 फरवरी को सुबह से शाम तक राज्य में राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई थी.
Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शीर्ष नेता हिमाचल प्रदेश में निर्वाचित कांग्रेस सरकार को गिराने और अस्थिर करने में असफल रहे हैं."
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, "हिमाचल को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें चल रही हैं, लेकिन हम एक बात बिल्कुल स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं. हिमाचल में प्रधानमंत्री और तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं. कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और हमारे पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह से कांग्रेस के नियंत्रण में है."
'धनबल की किया गया इस्तेमाल'
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आगे कहा, "दूसरे राज्यों की तरह बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश में भी जनता की ओर से चुनी हुई कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का खेल शुरू किया था, लेकिन वे विफल रहे क्योंकि हिमाचल की जनता का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है. इस घटना के बाद हमारे संकल्प और मजबूत हुए हैं. हम हिमाचल के लोगों की सेवा करते रहेंगे."
हिमाचल को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें चल रही हैं। लेकिन हम एक बात बिल्कुल स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। हिमाचल में प्रधानमंत्री और तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं। कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और हमारे पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह से कांग्रेस…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 29, 2024
'पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी'
हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक उथलपुथल तब सामने आई जब बीजेपी ने दावा किया कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार अल्पमत में थी, जब सुक्खू ने राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट जीती थी. हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुष्टि की है कि उनकी सरकार बहुमत में है और अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. कांग्रेस ने पार्टी विधायकों से बात करने और फिर अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एक रिपोर्ट सौंपने के लिए भूपेश बघेल, डीके शिवकुमार और भूपिंदर हुड्डा को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया था.
बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह (28 फरवरी) को राज्य के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और फिर वापस भी ले लिया. वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले छह कांग्रेस विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया.
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