Jairam Ramesh On BJP: अडानी के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच बयानबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के 'बीजेपी को छिपाने या डरने की जरूरत नहीं' वाले बयान पर अब कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने पलटवार किया है. उन्होंने मंगलवार (14 फरवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अगर इनके (बीजेपी) पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो जेपीसी (JPC) की मांग से क्यों भाग रहे हैं? अडानी मुद्दे को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में भी जिक्र नहीं करने दिया जा रहा है. 


जयराम रमेश ने कहा कि जब राहुल गांधी ने लोकसभा में और मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में जब अडानी का मामला उठाया गया तो उन्हें चुप कराने की कोशिश की गई. अडानी मामले की जांच होनी चाहिए. जेपीसी में बहुमत सत्ता पार्टी की होगी, जेपीसी को कहिए कि जांच करवाएं. उन्होंने कहा कि विपक्ष का लोकतांत्रिक अधिकार है सवाल करने का. यह कोई नियम का उल्लंघन नहीं है. बजट सत्र की कार्यवाही का स्थिगित होना कोई नई बात नहीं है. पहले भी ऐसा होता रहा है. कांग्रेस के कार्यकाल में भी कई बार लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थिगित हुई है. 


'जेपीसी से क्यों भाग रहे हैं'?


जयराम रमेश ने कहा कि बीजेपी को जॉइंट पार्लियामेंट कमेटीसे क्या परेशानी है. बीजेपी क्यों जेपीसी से भाग रही है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को संसद में बोलने भी नहीं दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दलों की अडानी के मुद्दे पर एक ही राय है. उनका कहना है कि सरकार का कहना है कि वह हिंडनबर्ग की जांच कराएंगे जबकि जांच तो अडानी की होनी चाहिए. जांच इस बात की होनी चाहिए कि आखिर अडानी और पीएम मोदी के बीच क्या रिश्ता है. पिछले 10 सालों में अडानी को क्या फायदा पहुंचाया गया है. इन सब बातों की जांच होनी चाहिए. 






'बीबीसी पर आईटी का छापा'


पहले बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री आई, उसे बैन किया गया. अब बीबीसी पर आईटी का छापा पड़ गया है. जयराम रमेश ने कहा कि जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाएगा उसके खिलाफ कोई न कोई एक्शन होना तय है. 


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