नई दिल्ली: कर्नाटक में सरकार बनाने का न्योता किसे मिलेगा? यह फैसला राज्यपाल वजुभाई वाला के हाथों में है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि राहु काल खत्म होने के बाद सूबे में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी को सरकार बनाने के न्योता दे सकते हैं. वहीं कांग्रेस ने भी आगे की रणनीति तैयार कर ली है.


सूत्रों के मुताबिक, अगर राज्यपाल बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता देते हैं तो कांग्रेस तत्काल कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी. यानि अगर आज न्योता मिलता है तो कांग्रेस आज ही सुप्रीम कोर्ट जाएगी. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पास विकल्पों में राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड भी शामिल है.


कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे कुमारस्वामी ने आज कहा कि मुझे नहीं पता राज्यपाल क्या करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ''अगर बीजेपी को राज्यपाल की तरफ से मौका दिया जाता है तो हम इसपर कुछ नहीं कर सकते. मुझे किसी बात को लेकर डर नहीं है, मैं निश्चिन्त हूं. हम राज्यपाल से दोबारा मिलने जाएंगे.''


कांग्रेस का कहना है कि गोवा, मेघालय और मणिपुर की तरह ही कर्नाटक में भी राज्यपाल वजुभाई वाला को फैसला लेना चाहिए. राज्यपाल कांग्रेस-जेडी (एस) गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करे.


मार्च 2017 में हुए गोवा, मणिपुर विधानसभा चुनाव और मेघालय में मार्च 2018 में हुए विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा है कि कांग्रेस इन तीनों राज्यों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन बीजेपी की संलिप्तता में चुनाव बाद हुए गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया था.


येदुरप्पा ने की राज्यपाल से मुलाकात
कर्नाटक के नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों ने आज सुबह बीएस येदुरप्पा को औपचारिक रूप से विधायक दल का नेता चुन लिया. जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल वजुभाई आर वाला से मुलाकात की और सरकार गठन का दावा पेश किया.


कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों में से 222 पर चुनाव हुए थे जिनमें से 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, और सामान्य बहुमत से वह आठ सीट पीछे है. कांग्रेस 78 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर और 37 सीटों के साथ जनता दल (सेक्युलर) तीसरे स्थान पर है.


चुनाव के इन नतीजों के साथ कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति सामने आई है. चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस ने जेडीएस की तरफ हाथ बढ़ाया और जेडीएस नेता कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया. जेडीएस ने भी देर नहीं लगाई और सरकार बनाने के लिए राज्यपाल से कल मुलाकात की. हालांकि अभी तक राज्यपाल ने फैसला नहीं लिया है.