Congress On Opposition Unity: बिहार सीएम नीतीश कुमार ने हाल ही में विपक्ष की एकता को लेकर बड़ा बयान देते हुए कांग्रेस के पाले में गेंद डाल दी थी. अब इस पर कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि कांग्रेस विपक्षी एकता के लिए गंभीर है. उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में विपक्षी नेताओं के न पहुंचने को लेकर टीस भी जाहिर की और कहा कि वह सब कुछ भूलने को तैयार हैं.


वेणुगोपाल ने कहा, "विपक्षी एकता के लिए हमारा प्रयास बहुत ईमानदार है. भले ही हमारे पास बहुत सारे अनुभव हैं, जिन्होंने हमें चोट पहुंचाई है, लेकिन हम इस तानाशाही सरकार को हटाने के लिए सब कुछ भूलने को तैयार हैं. हम पूरी तरह से विपक्ष में एकता के लिए हैं."


नीतीश कुमार ने कांग्रेस से की थी अपील
हाल ही में पटना में सीपीआई-एमएल का राष्ट्रीय कन्वेंशन हुआ था. इसमें नीतीश कुमार और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव भी पहुंचे थे. इसी कार्यक्रम में बोलते हुए नीतीश कुमार ने कांग्रेस से विपक्षी एकता को लेकर जल्द कदम बढ़ाने की बात कही थी. 


नीतीश ने कहा था कि अगर विपक्ष एकजुट हो जाए तो बीजेपी 100 से भी कम सीट पर सिमट जाएगी. उन्होंने कहा था, 'मैंने दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान ये बता दिया था. फैसला कांग्रेस को लेना है और उसे देरी नहीं करनी चाहिए.'


किस चोट की बात कर रहे वेणुगोपाल?
नीतीश कुमार के इसी बयान के जवाब में कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस के गंभीर होने की बात कही है. इस दौरान विपक्ष से उनकी शिकायत भी सामने आई. वेणुगोपाल की शिकायत भारत जोड़ो यात्रा में विपक्ष के कुछ नेताओं की दूरी से है. 


कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए थे. इनमें तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, जम्मू कश्मीर के फारूख अब्दुल्ला और कमल हासन जैसे बड़े नाम भी शामिल थे. बिहार में कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चला रहे नीतीश कुमार यात्रा में नहीं पहुंचे थे. नीतीश का यात्रा में शामिल न होना कांग्रेस को खल रहा है.


यही नहीं, नीतीश कुमार को उनकी पार्टी जेडीयू और तेजस्वी यादव की आरजेडी, पीएम कैंडिडेट के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं. कांग्रेस को विपक्षी एकता तो मंजूर है पर पीएम पद के लिए दूसरे दल के नेता का नाम शायद उसे रास नहीं आ रहा है.


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