मुंबई: कांग्रेस सांसद अहमद पटेल न केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से आज उनके घर जाकर मुलाकात की. महाराष्ट्र में जारी गतिरोध के बीच इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि अहमद पटेल ने इस मुलाकात के बाद कहा कि हमारी बातचीत में मैंने महाराष्ट्र का 'म' भी नहीं कहा . बता दें कि अयोध्या पर आने वाले फैसले और कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के नजरिए से भी इस मुलाकात देखा जा रहा है.
मुलाकात के बाद अहमद पटेल ने कहा, ''महाराष्ट्र पर कोई चर्चा नहीं हुई, सिर्फ किसानों के मुद्दे और सड़क हादसों को लेकर नितिन गडकरी से बात हुई. मैंने मुलाकात में महाराष्ट्र का म भी नहीं कहा.''
इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आयी थी कि शिवसेना को नितिन गडकरी के नाम से कोई दिक्कत नहीं है. बता दें कि अहमद पटेल लंबे समय से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे हैं. कांग्रेस के बड़े फैसलों में अहमद पटेल की भूमिका बेहद अहम होती है.
महाराष्ट्र में कहां फंसा है पेंच?
महाराष्ट्र में चुनावी नतीजों के 12 दिन बाद सरकार को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है. महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला है लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद से शिवसेना फिफ्टी-फिफ्टी के फॉर्मूले की रट लगाई हुई है. शिवसेना का कहना 50-50 के प्रस्ताव पर ही बात होगी, इसके अलावा किसी पर नहीं.
शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर अड़ गई हैं वहीं बीजेपी खेमे से खबर है कि वो सीएम पद छोड़ कर किसी भी मुद्दे पर बात कर करने को तैयार है. शिवसेना नेता संजय राउत ने आज भी कहा कि जो पहले तय हुआ था उसी पर आगे बढ़ेंगे. बीजेपी-शिवसेना में खींचतान के बीच विधानसभा का कार्यकाल 8 नवंबर को खत्म हो रहा है, मतलब 9 नवंबर तक सरकार बन जानी चाहिए.